वाराणसी, 29 जून (आईएएनएस)। टी20 विश्व कप 2024 (T20 World Cup) का फाइनल आज रात 8 बजे टीम इंडिया और द. अफ्रीका के बीच बारबाडोस के ब्रिजटाउन में खेला जाएगा। इस मुकाबले को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। वहीं धार्मिक नगरी काशी में भारत की जीत के लिए काशीवासियों ने ‘विजय यज्ञ’ किया।
काशी में टीम इंडिया की जीत के लिए अर्दली बाजार स्थित पांचोंवीर बाबा मंदिर में काशीवासियों ने विजय यज्ञ कर टीम इंडिया की जीत के लिए प्रार्थना की।
अर्दली बाजार स्थित पांचोंवीर बाबा मंदिर में क्रिकेट प्रेमियों ने हाथ में भारतीय खिलाड़ियों की तस्वीर लेकर पूजा-अर्चना की।
पिछले एक साल में यह तीसरा मौका होगा, जब भारतीय टीम आईसीसी टूर्नामेंट के खिताबी जंग में अपनी दावेदारी पेश करेगी। दो बार भारतीय टीम बेहद करीब से इतिहास रचने से चूक गई। इस दौरान सबसे दिल तोड़ने वाली हार वनडे विश्व कप फाइनल की थी, जिसमें फॉर्म में चल रही टीम इंडिया मात्र एक खराब दिन के कारण ट्रॉफी जीतने से चूक गई। मगर, इस बार रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम पहले से भी ज्यादा अच्छी फॉर्म में नजर आ रही है।
इस मुकाबले को लेकर भारतीय क्रिकेट फैंस में जबरदस्त उत्साह है। काशी में क्रिकेट फैंस भक्ति की शक्ति के साथ एक रोमांचक फाइनल मुकाबले का लुत्फ उठाने के लिए बेताब हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार टीम इंडिया ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाएगी।
एक स्थानीय क्रिकेट प्रेमी रमेश भदावन ने कहा, “टी20 विश्व कप खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया को ऊर्जा और शक्ति मिले, इसके लिए हमने यह विजय यज्ञ किया। हमारे खिलाड़ियों को आत्मबल मिले, इसलिए हमने ईश्वर से प्रार्थना की है। उम्मीद है कि भारतीय टीम ट्रॉफी जीतेगी।”
स्थानीय राकेश चौबे (पंडित) ने कहा, “सनातन धर्म के अनुसार, विजय यज्ञ करने से हमें हर काम में सफलता मिलती है। इसलिए हमने यह यज्ञ किया, जिससे हमारी टीम इंडिया को सफलता मिले। बाबा का आशीर्वाद खिलाड़ियों को अवश्य मिलेगा।”
टीम इंडिया और द. अफ्रीका दो ऐसी टीमें हैं, जो अब तक एक भी मैच हारे बिना टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। दोनों ही टीमें शानदार फॉर्म में है और एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है।
भारत अपना आईसीसी ट्रॉफी का 11 साल पुराना सूखा खत्म करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। जबकि दक्षिण अफ्रीका सभी प्रारूपों में पिछले सात विश्व कप सेमीफाइनल में हार के बाद पहली बार फाइनल में है।