टेस्ट कप्तानी की दौड़ में कौन होगा सबसे आगे? राहुल, बुमराह, गिल और पंत में चल रही है कड़ी होड़
By : ira saxena, Last Updated : May 16, 2025 | 12:46 pm
नई दिल्ली: रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम (Team India) अब एक नए युग में प्रवेश कर रही है। रोहित ने जहां पिछले 4 सालों तक टीम की अगुवाई की, वहीं कोहली की कप्तानी में भारत ने विदेशों में 15 टेस्ट मैच जीते—एक शानदार उपलब्धि। अब सवाल यह है कि अगला टेस्ट कप्तान कौन होगा?
इस सवाल के चार प्रमुख दावेदार हैं—जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत। आइए जानते हैं किसके पास हैं सबसे मजबूत तर्क और कौन हो सकता है भारत की टेस्ट टीम का अगला नेता।
जसप्रीत बुमराह – अनुभव है, लेकिन फिटनेस है चिंता का कारण
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दो टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। उनके नेतृत्व में टीम ने एक मुकाबला जीता भी। लेकिन उनकी सबसे बड़ी बाधा है फिटनेस। बार-बार की इंजरी के चलते उन्हें नियमित कप्तानी देना जोखिम भरा हो सकता है। लंबे फॉर्मेट में उनकी लगातार उपलब्धता भी सुनिश्चित नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, बुमराह ने खुद भी कप्तानी संभालने से इनकार किया है, citing fitness concerns. ऐसे में टीम को उनके विकल्प की ओर देखना ही होगा।
ऋषभ पंत – टेस्ट मैच विनर, लेकिन कप्तानी एक रिस्क
ऋषभ पंत की टेस्ट क्रिकेट में उपलब्धियाँ किसी से छुपी नहीं हैं। वह इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में शतक लगा चुके हैं। लेकिन उनकी बल्लेबाज़ी का स्वभाव आक्रामक और जोखिम भरा होता है, जो कप्तानी में भी झलक सकता है।
हालांकि, आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में पंत ने कप्तानी की है, लेकिन राष्ट्रीय टीम के स्तर पर उन्हें अभी नेतृत्व का अनुभव नहीं मिला है। टीम मैनेजमेंट उनके साथ एक ‘गैंबल’ ले सकता है, लेकिन क्या अभी वह वक्त सही है?
शुभमन गिल – युवा चेहरा, भविष्य का लीडर
25 वर्षीय शुभमन गिल को युवा नेतृत्व के रूप में देखा जा रहा है। वह पहले ही वनडे और टी-20 टीम की कप्तानी कर चुके हैं। उनमें विराट कोहली की तरह अगली पीढ़ी के लीडर बनने की क्षमता नजर आती है।
अगर टीम भविष्य की सोच रही है तो शुभमन को अभी उप कप्तान बनाकर धीरे-धीरे कप्तानी की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। उनका फॉर्म, तकनीक और मानसिक मजबूती उन्हें एक आदर्श दीर्घकालिक विकल्प बनाती है।
केएल राहुल – अनुभवी, शांत स्वभाव और भरोसेमंद लीडर
केएल राहुल के पास तीन टेस्ट मैचों में कप्तानी का अनुभव है, जिनमें से दो में भारत ने जीत दर्ज की। विदेशी पिचों पर उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है, खासकर इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में।
राहुल में स्थिरता और संतुलन है, जो टीम को कठिन परिस्थितियों में मार्गदर्शन दे सकता है। अगर टीम मैनेजमेंट शॉर्ट टर्म में स्थिरता चाहता है, तो राहुल को कप्तान बनाकर गिल को उनके अधीन तैयार किया जा सकता है।कब होगा फैसला?
भारत की टेस्ट टीम जून से इंग्लैंड दौरे पर जाएगी, जहां 20 जून से पहला टेस्ट हेडिंग्ले में खेला जाएगा। दौरा 4 अगस्त तक चलेगा। ऐसे में नया कप्तान जल्द ही घोषित किया जा सकता है। यह तय होगा कि टीम अनुभव के साथ जाती है या भविष्य को प्राथमिकता देती है।




