गौरतलब है कि शून्य और 50 के बीच AQI को 'अच्छा' माना जाता है; 51 और 100 'संतोषजनक'; 101 और 200 'मध्यम'; 201 और 300 'गरीब'; 301 और 400 'बहुत खराब'; और 401 और 500 'गंभीर'।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (Air Quality) में शनिवार को थोड़ा सुधार हुआ और यह 'गंभीर' से 'खराब' श्रेणी में आ गया।
बुधवार शाम छह बजे आनंद विहार में एक्यूआई 367 पर था जो 'बहुत खराब' की श्रेणी आता है, जबकि सीओ 108 पर 'मध्यम' श्रेणी में था।
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान फिलहाल एक-तिहाई है जो अगले कुछ दिनों में 50 प्रतिशत तक जा सकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में दिल्ली (Delhi) का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 210 दर्ज किया गया।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता (Air Quality) 'बहुत खराब' श्रेणी में गिर गई।
शून्य और 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।