नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने सदन में ध्यानाकर्षण में जैव विविधता से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए प्रदेश में काम नहीं होने की बात कही।
दुर्ग और भिलाई के बीच किसी जंगल की कल्पना करना आसान नहीं है, लेकिन अगर आप ऐसी कल्पना करते हैं तो खुद उसकी अनुभूति कर सकते हैं।