रेस्क्यू टीम ने कई घंटे की मेहनत के बाद बोरवेल में गिरे 10 साल के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला है।
लगभग 50 घंटे चले राहत और बचाव अभियान में रोबोटिक तकनीक की मदद से बच्ची को बाहर निकाल निकाला गया, बच्ची अचेत थी, अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बुधवार के सेना को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया। बच्ची को हुक के जरिए बाहर निकालने की कोशिश हुई, मगर नाकामी हाथ लगी। ऊपर आने की बजाय बच्ची हुक से गिरकर सौ फुट से ज्यादा नीचे जा पहुंची।
सीहोर (Sehore) जिले के मुंगावली गांव में राहुल कुशवाहा की ढाई साल की बच्ची सृष्टि मंगलवार दोपहर घर के पास ही खेत में खेल रही थी और वह बोरवेल के खुले पड़े गड्ढे में जा गिरी।
बच्ची लगभग 25 फीट की गहराई पर फंसी हुई है और उसे सुरक्षित निकालने के लिए जेसीबी व पोकलैंन मशीन की मदद से खुदाई की जा रही है।
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले (Vidisha District) में 60 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में गिरे सात वर्षीय बच्चे को बचाने का अभियान जारी है।
मध्य प्रदेश में मंगलवार को एक 7 साल का बच्चा बोरवेल (borewell) में गिर गया। बच्चे को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल में बोरवेल में फंसे 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। 84 घंटे बाद बच्चे का शव बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम (Rescue Team) शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 3 बजे बच्चे के करीब पहुंच गई थी।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल जिले के आठनेर ब्लाक के ग्राम मांडवी में बोरवेल (Borewell) में फंसे तन्मय साहू को बाहर निकालने के लिए 65 घंटों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मध्यप्रदेश (madhya Pradesh) के बैतूल में बोरवेल (borewell) में लगभग 40 घंटों से फंसे आठ वर्षीय तन्मय को बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में चट्टान और पानी बड़ी बाधा खड़ी कर रहे हैं।