चारु चंदा दास ने इस फेसबुक पेज को 'सनातन धर्म, इस्कॉन की शिक्षाओं और हिंदू आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए एक अभिन्न मंच' बताया।