विष्णु देव साय ने कहा, “आज के दिन शस्त्र पूजा करनी चाहिए। इसका अपना एक विशेष महत्व है। मुझे यह देखकर अत्यधिक खुशी हो रही है कि प्रदेश के लोगों में दशहरे को लेकर खासा उत्साह और उमंग देखने को मिल रहा है।
मोहन भागवत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अहिल्याबाई होल्कर और दयानन्द सरस्वती द्वारा देश सेवा के लिए किए गए कार्यों का जिक्र किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल शाम यहां अपने निवास कार्यालय 75 दिन तक मनाये जाने वाले देश के ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के सफल आयोजन