भारतीय शोधकर्ताओं की एक टीम ने डिजिटल स्वास्थ्य सेवा और समुदाय-आधारित कैंपेन के तहत ग्रामीण भारत के लोगों में अवसाद, चिंता और आत्म-क्षति के जोखिम को कम करने की क्षमता दिखाई है।