वायुसेना का यह सदस्य पिछले महीने के अंत में ईरान में सैन्य स्थलों पर इजरायली हमले में मारा गया था।
हालांकि डर्मर के कार्यालय ने कहा कि उसे इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। इस बीच डर्मर शनिवार रात को अमेरिकी अधिकारियों से बातचीत के लिए वाशिंगटन के लिए रवाना हुए।
गैलेंट ने कहा कि आईडीएफ सैनिकों के वापस चले जाने के बाद भी हम हिजबुल्लाह आतंकवादियों को इन क्षेत्रों में वापस नहीं आने देंगे।
प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि बंधकों का भाग्य अब इजरायली सरकार के फैसलों पर निर्भर करता है। अगर इजरायली सेना आगे बढ़ती है तो उनकी स्थिति और खराब हो सकती है।
गैलेंट ने कहा कि 'बंधक बनाए गए लोगों को घर लाने के लिए सबकुछ करना, घायलों को सहारा देना, शहीदों के जीवन और मृत्यु की कहानी को याद रखना' उनका कर्तव्य है।
बता दें इजरायल ने लेबनान में जमीनी सैन्य ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने अभियान को 'सीमित, स्थानीय और लक्षित' जमीनी अभियान बताया है।
गैंट्ज़ ने रविवार को कहा, "नेतन्याहू हमें जीत की ओर बढ़ने से रोक रहे हैं"।
नेताओं ने इज़राइल से फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का भी आग्रह किया।
संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ सहायता अधिकारी ने सुरक्षा परिषद को सूचित किया है कि गाजा पट्टी में लगभग 5,76,000 लोग भूख और अकाल का सामना कर रहे हैं।
इजरायल से 274 भारतीय नागरिकों को लेकर चौथी उड़ान सुबह करीब सात बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची।