जयशंकर ने कहा कि वह न केवल ब्रिस्बेन में भारत के चौथे वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन के लिए आए हैं बल्कि उनकी यात्रा भारतीय समुदाय के प्रति प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए है।
जयशंकर ने कहा, "यदि सीमा पार से आतंकवाद, चरमपंथ और अलगाववाद जैसी गतिविधियां होती हैं, तो इनसे व्यापार, ऊर्जा प्रवाह, संपर्क और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा मिलने की संभावना नहीं है।"
पाकिस्तान 15 और 16 अक्टूबर को एससीओ शासनाध्यक्ष परिषद (सीएचजी) की बैठक की मेजबानी कर रहा है।
विदेश मंत्री ने दिन की शुरुआत कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी के साथ जीसीसी महा सचिवालय के मुख्यालय में बातचीत करके की।