झारखंड के धनबाद में जिन लोगों को खुद के आवास मिले हैं, वह फूले नहीं समा रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि उनके पक्के मकानों का सपना सरकारी मदद के बिना संभव नहीं था।