विधानसभा में आरक्षण बिल पास होने के बाद राजभवन में अटक गया है। क्योंकि अभी तक राज्यपाल ने इस विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं किए है। लिहाजा, कांग्रेस और बीजेपी में सियासी घमासान मचा हुआ।