धूम्रपान करने वालों के शरीर का वजन धूम्रपान न करने वालों की तुलना में कम होता है, लेकिन उनकी आंत में वसा होती है।
धुम्रपान से दिल, लीवर और फेफड़े तो खराब होते ही हैं, लेकिन अब डॉक्टरों ने खुलासा कर दिया है कि इसका नकारात्मक असर आपकी दृष्टि क्षमता पर भी पड़ सकता है।
एनईजेएम एविडेंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि जो लोग किसी भी उम्र में धूम्रपान छोड़ देते हैंं वह धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति जितना ही जीवन जीने के करीब होेते हैं।
एक शोध से यह बात सामने आई है कि धूम्रपान (Smoking) न केवल आपके दिल और फेफड़ों को प्रभावित करता है, बल्कि यह आपके मस्तिष्क को भी स्थायी रूप से सिकोड़ सकता है।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आर के गर्ग के अनुसार, "45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में स्ट्रोक के मामले बढ़े हैं और इसका एक सामान्य कारण उच्च रक्तचाप है।"
मिलान, इटली में यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी इंटरनेशनल कांग्रेस में प्रस्तुत अध्ययन से पता चला कि धूम्रपान (Smoking) हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली की श्वेत रक्त कोशिकाओं में क्रोमोसोम के अंतिम टुकड़े को छोटा कर देता है।
न्यूजीलैंड की धूम्रपान दर एक साल पहले के 9.4 प्रतिशत से घटकर 8 प्रतिशत के ऐतिहासिक निम्न स्तर पर आ गई है, जो देश के 2025 तक धूम्रपान-मुक्त होने के लक्ष्य से आगे है।