स्वीडन में हुए एक बड़े शोध में यह बात सामने आई है कि मीठे पेय पदार्थ पीने से स्ट्रोक, दिल का दौरा और एट्रियल फिब्रिलेशन जैसी गंभीर हृदय
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आर के गर्ग के अनुसार, "45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में स्ट्रोक के मामले बढ़े हैं और इसका एक सामान्य कारण उच्च रक्तचाप है।"
हल्के या मध्यम स्लीप एपनिया (sleep apnea) वाले लोगों की तुलना में गंभीर स्लीप एपनिया (sleep apnea) वाले लोगों में व्हाइट मैटर हाइपरइनटेंसिटी की मात्रा अधिक थी।