एप्‍पल का लक्ष्य है चीन पर निर्भरता कम करने के लिए भारत में आईफोन कैमरा मॉड्यूल को असेंबल करना

By : hashtagu, Last Updated : April 17, 2024 | 11:46 am

नई दिल्ली, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। एप्पल (Apple) चीन पर अपनी निर्भरता जैसे-जैसे कम कर रहा है, आईफोन निर्माता भारत में निवेश बढ़ा रहा है और कथित तौर पर फोन कैमरा मॉड्यूल के लिए उप-घटकों (सब-कंपोनेंट्स) को इकट्ठा करने के लिए टाटा समूह की टाइटन कंपनी और मुरुगप्पा समूह के साथ बातचीत कर रहा है। इसका मकसद है “मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देना और देश को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक अभिन्न अंग बनना।

रिपोर्टों के अनुसार, आईफोन के कैमरा मॉड्यूल के लिए इस समय कोई भारतीय आपूर्तिकर्ता नहीं है, जो प्रौद्योगिकी का एक परिष्कृत हिस्‍सा हो और इस कदम से चीनी आपूर्तिकर्ताओं पर एप्‍पल की निर्भरता कम हो सकती हो।

मुरुगप्पा और टाटा के टाइटन दोनों के पास उच्च परिशुद्धता विनिर्माण में एक ठोस पृष्ठभूमि है।

टाइटन और मुरुगप्पा दोनों पहले ही देश में चिप असेंबली इकाई स्थापित करने के लिए पीएलआई योजना के तहत सरकारी प्रोत्साहन के लिए अर्हता प्राप्त कर चुके हैं।

टाटा या मुरुगप्पा समूह ने रिपोर्टों पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की।

टाटा समूह ने पिछले साल ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता विस्ट्रॉन के भारत परिचालन का 125 मिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया था। कथित तौर पर यह चेन्नई के पास पेगाट्रॉन की आईफोन विनिर्माण सुविधा का अधिग्रहण करने पर भी नजर गड़ाए हुए है। पिछले साल के अंत में रिपोर्टें सामने आईं कि टाटा समूह तमिलनाडु के होसुर में भारत के सबसे बड़े आईफोन असेंबली प्लांट में से एक बनाने की योजना बना रहा है।

पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 1.25 लाख करोड़ रुपये की तीन सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की आधारशिला रखी थी। गुजरात में धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर) में चिप निर्माण सुविधा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 91,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ स्थापित की जा रही है। टाटा समूह लगभग 27,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ असम में एक आउटसोर्स सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (ओएसएटी) सुविधा भी स्थापित कर रहा है।