जम्मू, 7 सितंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu and Kashmir Assembly Elections) को लेकर नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है। सभी दलों के नेता अपनी जीत को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पृथकतावाद की सियासत करते हैं। इन दलों के नेताओं के बयान से लगता है कि ये तुष्टीकरण की राजनीति कर रही हैं। जम्मू कश्मीर की जनता ऐसे लोगों को आगामी विधानसभा चुनाव में नकारने जा रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में कमल का फूल खिलाएंगे।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में महिलाओं पर विशेष बल दिया। शाह ने बताया कि अगर घाटी में हमारी सरकार बनती है, तो घर की सभी वरिष्ठ महिलाओं को 18 हजार रुपये दिए जाएंगे। यह रकम ‘मां सम्मान योजना’ के अंतर्गत दिए जाएंगे। इसके अलावा, उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को दो मुफ्त सिलेंडर प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही किसी की पढ़ाई में पैसों का अभाव बाधा न बने, इसके लिए हम सभी छात्राओं को प्रतिवर्ष तीन हजार रुपए प्रदान करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में बीजेपी की सरकार बनती है, तो वृद्ध महिलाओं को प्रतिमाह तीन हजार रुपए पेंशन के रूप में दिए जाएंगे। वहीं ‘किसान सम्मान निधि योजना’ के अंतर्गत प्रति वर्ष 6 हजार की जगह 10 हजार रुपये दिए जाएंगे।
इसके साथ ही अमित शाह ने संकल्प पत्र जारी करते हुए अनुच्छेद 370 को लेकर भी बात रखी। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि एक बात हम सभी लोगों को समझ लेनी चाहिए कि अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है, इसका वर्तमान से कोई सरोकार नहीं है।