नरेंद्र मोदी ने 22 साल पहले आज ही के दिन शुरू की थी ‘गुजरात गौरव यात्रा’

'गुजरात गौरव यात्रा' (Gujarat Pride Tour) के 22 साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर 'मोदी आर्काइव' ने पीएम नरेंद्र मोदी की कुछ पुरानी तस्वीरों

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  • Updated On - September 8, 2024 / 12:01 PM IST

नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। ‘गुजरात गौरव यात्रा’ (Gujarat Pride Tour) के 22 साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर ‘मोदी आर्काइव’ ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की कुछ पुरानी तस्वीरों को शेयर किया है। इन तस्वीरों में नरेंद्र मोदी ‘गुजरात गौरव यात्रा’ के अवसर पर सभाओं को संबोधित करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

  • ‘मोदी आर्काइव’ ने फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “गुजरात के गौरव को बनाए रखने के लिए 22 साल पहले शुरू हुई यात्रा। भाजपा की ‘यात्रा संस्कृति’ के अग्रदूत के रूप में नरेंद्र मोदी की विरासत बहुत पहले शुरू हुई थी, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पहली बड़ी यात्रा ‘गुजरात गौरव यात्रा’ के साथ शुरु हुई।”

उन्होंने आगे लिखा, “नरेंद्र मोदी को जो बात सबसे अलग बनाती है, वह उनकी यही यात्रा है, जिसका इस्तेमाल भाजपा द्वारा संगठनात्मक मुद्दों को उठाने के लिए पारंपरिक रूप से किया गया। गुजरात गौरव यात्रा इस मायने में अनूठी थी कि इसका उद्देश्य सत्ता में रहते हुए सरकार द्वारा शासन संबंधी विषयों को लोगों तक पहुंचाना था, जो पहले शायद ही कभी देखा गया हो। आमतौर पर यात्राएं विपक्षी दलों के लिए एक हथियार हुआ करती थीं, जिसका उद्देश्य सिर्फ समस्याओं को उजागर करना और सरकारों पर निशाना साधना होता था। लेकिन, सीएम मोदी ने इसका इस्तेमाल लोगों से सीधे जुड़ने और उनके नेतृत्व में राज्य सरकार की उपलब्धियों को दिखाने के लिए किया।”

  • उन्होंने कहा कि अनगिनत यात्राओं के अनुभवी नरेंद्र मोदी अपने संदेश को राज्य के हर एक कोनों तक ले जाना चाहते थे। गुजरात गौरव यात्रा ने भी वहीं किया। मोदी ने इस यात्रा के माध्यम से अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताया।

मोदी आर्काइव ने आगे लिखा, “अक्टूबर 2001 में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल संभालने के कुछ ही महीनों के बाद उन्होंने लोगों से उन विषयों के बारे में बात की, जो उनके लिए बहुत मायने रखते हैं। इसमें गरीब कल्याण, राज्य के जल संकट को हल करने के लिए चेक डैम का निर्माण, शिक्षा का महत्व और विशेष रूप से कन्या केलवणी कार्यक्रम के माध्यम से महिला साक्षरता में सुधार करना शामिल है।”

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