टेक्सास में शीर्ष वैज्ञानिकों का नेतृत्व करेंगे भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर
By : madhukar dubey, Last Updated : January 26, 2023 | 7:53 pm
ठाकुर ने एक बयान में कहा, “मुझे टीएएमएसटी का उपाध्यक्ष बनने का सौभाग्य मिला है और मुझे खुशी है कि चिकित्सा, इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए राज्य और दुनिया भर के अन्य प्रमुख शोध नेताओं के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। इस तरह अगली पीढ़ी के वैज्ञानिक विकसित हो सकेंगे।”
टीएएमएसटी का मिशन सहयोग को बढ़ावा देने और टेक्सास में अनुसंधान, नवाचार और व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए चिकित्सा, इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में राज्य के सबसे प्रतिभाशाली दिमाग को एक साथ लाना है।
ठाकुर नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग और नेशनल एकेडमी ऑफ इन्वेंटर्स के सदस्य हैं और उन्हें गवर्नर यूनिवर्सिटी रिसर्च इनिशिएटिव (जीयूआरआई) अनुदान मिला है।
टीएएमएसटी के एक बयान के अनुसार, ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में वह अत्याधुनिक अनुसंधान में देश का नेतृत्व करने में मदद कर रहे हैं और एसटीईएम क्षेत्रों में नई सफलताओं का नेतृत्व करते हुए छात्रों और शिक्षकों की भावी पीढ़ियों को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने पांच पेटेंट धारण करने के अलावा 100 से अधिक जर्नल लेख और सम्मेलन पत्र प्रकाशित किए हैं।
ठाकुर ने 1973 में पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस इंजीनियरिंग (पीएनजीई) में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की।उन्होंने ह्यूस्टन बैप्टिस्ट यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया है और आईआईटी (आईएसएम) धनबाद से पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।