चीन की मदद से विनाशकारी हथियार बना रहा पाकिस्तान, भारत दे रहा करारा जवाब: अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में खुलासा

By : hashtagu, Last Updated : May 25, 2025 | 7:27 pm

वॉशिंगटन/नई दिल्ली: अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी (DIA) की 2025 की विश्वव्यापी खतरा आकलन रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान (Pakistan) चीन की मदद से खतरनाक हथियार विकसित कर रहा है, वहीं भारत अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में कदम तेज कर रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत पाकिस्तान को “सहायक सुरक्षा समस्या” मानता है, जबकि चीन को अपना “प्राथमिक विरोधी” समझता है।

रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा प्राथमिकताएं देश को एक ग्लोबल लीडर के रूप में प्रस्तुत करने, चीन के प्रभाव का मुकाबला करने और सैन्य शक्ति को आधुनिक बनाने पर केंद्रित हैं। रिपोर्ट में इस बात का भी ज़िक्र किया गया है कि मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पार गोलीबारी और मिसाइल हमलों के बावजूद भारत की रणनीतिक सोच में चीन ही मुख्य विरोधी बना हुआ है।

रिपोर्ट में अप्रैल के अंत में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमलों का जिक्र है। इसके जवाब में 7 से 10 मई तक दोनों देशों के बीच मिसाइल, ड्रोन और भारी गोलाबारी के कई राउंड हुए। हालांकि 10 मई को दोनों सेनाएं युद्धविराम पर सहमत हो गई थीं।

भारत की रणनीति और जवाब
रिपोर्ट बताती है कि भारत ने 2024 में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत अपने रक्षा क्षेत्र को मज़बूत करने की दिशा में कई अहम कदम उठाए। इसमें अग्नि-I प्राइम (MRBM) और अग्नि-V (MIRV-capable) मिसाइलों का परीक्षण, दूसरी परमाणु-संचालित पनडुब्बी को चालू करना और घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देना शामिल है। भारत हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए द्विपक्षीय रक्षा साझेदारियों को प्राथमिकता दे रहा है।

भारत-रूस संबंधों पर निष्कर्ष
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत रूस के साथ अपने संबंध बनाए रखेगा, ताकि रक्षा और आर्थिक लक्ष्यों को संतुलित किया जा सके। हालांकि रूस से सैन्य उपकरणों की नई खरीद कम हो रही है, लेकिन भारत अब भी रूसी मूल के टैंकों और लड़ाकू विमानों के लिए स्पेयर पार्ट्स पर निर्भर है, जो चीन और पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य रणनीति का अहम हिस्सा हैं।

पाकिस्तान की मंशा और खतरे
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान अब भी भारत को एक “अस्तित्वगत खतरा” मानता है और इसी कारण परमाणु हथियारों के क्षेत्र में अपनी क्षमताएं तेज़ी से बढ़ा रहा है। पिछले वर्ष पाकिस्तान में आतंकवादियों के हमलों में 2,500 से अधिक नागरिकों की मौत हुई, जिससे पाकिस्तान की आतंकरोधी रणनीति और आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।