“सुख-चैन से रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही”: भुज से पाकिस्तान को PM मोदी की दो टूक चेतावनी
By : dineshakula, Last Updated : May 26, 2025 | 9:22 pm
भुज (गुजरात), 26 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुजरात के दो दिवसीय दौरे के दौरान भुज में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को और भी स्पष्टता के साथ दुनिया के सामने रखा। पाकिस्तान को सीधी चेतावनी देते हुए पीएम मोदी ने कहा,
“सुख-चैन से जियो, रोटी खाओ… वरना मेरी गोली तो है ही।”
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान की नीतियों पर तीखा हमला बोला और कहा कि जहां भारत पर्यटन को शांति और भाईचारे का माध्यम मानता है, वहीं पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन की तरह इस्तेमाल करता है। उन्होंने इसे वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र
प्रधानमंत्री ने हाल ही में भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला देते हुए कहा कि भारत की नीति आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए गए और यह भारतीय सेना की ताकत, सूझबूझ और तकनीकी क्षमता का प्रमाण है।
पाकिस्तान को सख्त संदेश
पीएम मोदी ने कहा,
“मैंने पटना से दुनिया को स्पष्ट कर दिया था कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब मिलेगा। मुझे उम्मीद थी कि पाकिस्तान कोई कार्रवाई करेगा, लेकिन जब उसने कुछ नहीं किया, तो मैंने अपनी सेना को खुली छूट दे दी। हमारे वीर जवानों ने आतंक के अड्डों को निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया — बिना किसी नागरिक क्षेत्र को नुकसान पहुँचाए।”
ऑपरेशन सिंदूर में हमारी पराक्रमी सेना के सटीक प्रहार से कैसे कुछ ही घंटों में पाकिस्तान घुटने टेकने पर मजबूर हो गया, ये हर देशवासी को जरूर जानना चाहिए… pic.twitter.com/6ND7mlUTMu
— Narendra Modi (@narendramodi) May 26, 2025
विकास के साथ सुरक्षा की नीति
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया, लेकिन जनसभा के केंद्र में राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख रहा। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत अब पीछे हटने वाला नहीं, बल्कि हर हमले का सटीक और निर्णायक जवाब देगा।
इस स्पष्ट और सख्त संदेश से एक बार फिर यह साफ हो गया है कि भारत अब आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के दौर में प्रवेश कर चुका है — जहां शब्दों के साथ-साथ कार्रवाई भी पूरी मजबूती से की जा रही है।




