बस्तर में स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल क्रांति: मरीजों का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल, इलाज में अब कोई दिक्कत नहीं

By : hashtagu, Last Updated : August 11, 2025 | 12:26 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग (Bastar division) में स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई क्रांति का आगाज़ हो चुका है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में, अब बस्तर में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मरीजों को मिल रहा है। इस डिजिटल प्रणाली का असर न केवल बस्तर बल्कि पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है।

नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल सिस्टम से डिजिटल सुविधा

बस्तर के छह जिला चिकित्सालय, दो सिविल अस्पताल और 41 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल प्रणाली लागू की गई है। इसके तहत ओपीडी रजिस्ट्रेशन, परामर्श, जांच, दवाइयां वितरण और मरीजों की सभी स्वास्थ्य जानकारी एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हो रही है। यह जानकारी डिजिटल होने के कारण इलाज में तेजी आई है और मरीजों की स्थिति का सही विश्लेषण संभव हो रहा है।

आभा अकाउंट से मिल रही सुविधा

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत अस्पतालों में हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्रेशन (HFR) और डॉक्टर-नर्सिंग स्टाफ के लिए हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्रेशन (HPR) सुनिश्चित किया गया है। इसके साथ ही, आभा कियोस्क की मदद से मरीजों को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) बनाने की सुविधा भी मिल रही है। इससे ऑनलाइन ओपीडी पंजीयन में मदद मिल रही है और मरीजों का समय बच रहा है।

स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल नवाचार का असर

बस्तर में मई से जुलाई 2025 के बीच कुल 60,045 ओपीडी पंजीयन रजिस्टर्ड हुए, जिनमें से 32,379 पंजीयन आभा लिंक के माध्यम से किए गए, जो कुल पंजीयन का 53% है। जिला चिकित्सालय दंतेवाड़ा में भी इसी अवधि में 33,895 ओपीडी पंजीयन हुए, जिनमें से 13,729 पंजीयन आभा से लिंक हुए, जो कुल का 40% है।

ग्रामीण क्षेत्रों में मिल रहा अधिक लाभ

स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटल होने से अब बस्तर के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के मरीजों को सबसे अधिक लाभ हो रहा है। अब मरीजों को इलाज के लिए एक जगह से दूसरी जगह नहीं दौड़ना पड़ता, क्योंकि उनकी मेडिकल हिस्ट्री डिजिटल रूप में उपलब्ध रहती है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बस्तर में नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन जैसी तकनीकी पहल ने स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा दी है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इसे प्रदेश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल बताया है।

नई दिशा में स्वास्थ्य सेवाएं

बस्तर में तकनीकी उन्नयन के साथ, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है। यह डिजिटल क्रांति न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव लाएगी बल्कि पूरे देश में ‘स्वस्थ भारत’ के निर्माण में भी छत्तीसगढ़ का योगदान बढ़ाएगी।