नेपाल में होटल में आग, गाज़ियाबाद की महिला की मौत
By : dineshakula, Last Updated : September 12, 2025 | 1:59 pm
By : dineshakula, Last Updated : September 12, 2025 | 1:59 pm
काठमांडू, नेपाल / गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश: पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन के लिए नेपाल (Nepal) गए गाज़ियाबाद के रामवीर सिंह गोला और उनकी पत्नी राजेश गोला के लिए यह धार्मिक यात्रा एक भयावह हादसे में बदल गई। 9 सितंबर की रात काठमांडू में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान एक फाइव स्टार होटल में आग लगा दी गई, जिसमें राजेश की जान चली गई और उनके पति घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, रामवीर और राजेश होटल की ऊपरी मंजिल पर ठहरे हुए थे, तभी प्रदर्शनकारियों ने नीचे की मंजिलों में आग लगा दी। धुएं और डर के माहौल में रामवीर ने पर्दे की मदद से पत्नी को नीचे उतारने की कोशिश की, लेकिन संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। अधिक खून बहने के कारण अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।
शुक्रवार सुबह 10:30 बजे उनका पार्थिव शरीर गाज़ियाबाद के मास्टर कॉलोनी स्थित घर लाया गया, जहां परिजन और पड़ोसी शोक व्यक्त करने पहुंचे।
उनके बेटे विशाल ने बताया कि होटल में आग लगने के बाद उनके माता-पिता से संपर्क टूट गया था। दो दिन तक उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली। बाद में पिता एक राहत शिविर में मिले, लेकिन मां की मौत हो चुकी थी। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय दूतावास की ओर से बहुत कम मदद मिली।
नेपाल में चल रहे ‘जनरेशन जेड’ के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के चलते राजधानी समेत कई इलाकों में हिंसा फैल गई है। प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया बैन हटाने और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। कई सरकारी और निजी संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया।
इस बीच भारत से गए कई तीर्थयात्री नेपाल में फंसे हुए हैं। उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर से गए 10 श्रद्धालु, जिनमें बीजेपी नेता सुनील कुमार त्यागी भी शामिल हैं, बीते तीन दिनों से होटल में फंसे हुए हैं। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के 14 लोग भी काठमांडू में फंसे हैं, जहां खाने की भी कमी हो गई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और आंध्र प्रदेश सरकार ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए प्रयास तेज किए हैं। गुरुवार को काठमांडू में 154 भारतीयों को बोर्डिंग पास दिए गए। 12 तेलुगु श्रद्धालुओं को लेकर एक चार्टर प्लेन नेपालगंज पहुंचा और बाकी लोग इंडिगो फ्लाइट से भारत लौटे।