प्राणायाम: सिर्फ योग नहीं, स्वस्थ जीवन की कुंजी
By : dineshakula, Last Updated : September 15, 2025 | 5:05 am
By : dineshakula, Last Updated : September 15, 2025 | 5:05 am
नई दिल्ली: भागदौड़ और तनाव से भरी आज की जिंदगी में प्राणायाम (pranayam) एक आसान लेकिन असरदार उपाय के रूप में सामने आया है। यह न सिर्फ शरीर को तंदुरुस्त रखता है, बल्कि मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को भी बढ़ाता है।
प्राणायाम क्या करता है?
प्राणायाम से दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, जिससे हृदय पर दबाव कम होता है। यह सांसों को संतुलित करता है, जिससे शरीर को बेहतर आराम मिलता है और फेफड़ों की क्षमता भी बढ़ती है। अधिक ऑक्सीजन मिलने से शरीर ऊर्जावान रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
किन समस्याओं में फायदेमंद?
तनाव और थकान
अनिद्रा और हाई ब्लड प्रेशर
ब्रोंकियल अस्थमा और सांस की तकलीफ
पाचन तंत्र की गड़बड़ी
मधुमेह और हृदय रोग
त्वचा संबंधी समस्याएं
प्रमुख प्रकार और फायदे:
विशेषज्ञों के अनुसार, अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भस्त्रिका जैसे प्राणायाम न केवल तनाव कम करते हैं बल्कि ध्यान, रक्त संचार और इम्यूनिटी को भी बेहतर बनाते हैं।
कैसे करें अभ्यास?
प्राणायाम करते समय पूरी एकाग्रता अपनी सांसों पर रखें। रोजाना केवल 10–15 मिनट का अभ्यास भी बड़ा असर दिखा सकता है। इसे ध्यान की तरह भी किया जा सकता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
क्या कहती है रिसर्च?
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, प्राणायाम अस्थमा, कैंसर और हृदय रोगों से जूझ रहे मरीजों के लिए भी लाभदायक पाया गया है। हालांकि विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि इसके असर को लेकर और गहन शोध की जरूरत है।
निष्कर्ष:
प्राणायाम कोई जटिल प्रक्रिया नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित और स्वस्थ बनाने का प्राकृतिक तरीका है। यह हमें खुद से और प्रकृति से जोड़ता है। नियमित अभ्यास से न केवल शरीर बल्कि मन भी स्वस्थ रहता है। आज ही से शुरुआत करें और सांसों की इस शक्ति से भरपूर जीवन जिएं।