26/11 के बाद पाकिस्तान पर हमला करना चाहता था भारत, चिदंबरम के बयान पर BJP का हमला

By : dineshakula, Last Updated : September 30, 2025 | 2:46 pm

नई दिल्ली, भारत:  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते यह कदम नहीं उठाया गया। इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला है।

चिदंबरम ने कहा कि जब वह गृहमंत्री बने, उसके दो-तीन दिन बाद अमेरिका की तत्कालीन विदेश मंत्री कोंडोलिज़ा राइस भारत आईं और प्रधानमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने भारत से अनुरोध किया कि वह पाकिस्तान पर प्रतिक्रिया न दे। चिदंबरम के मुताबिक, उन्होंने उस समय कहा था कि यह फैसला भारत सरकार लेगी। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि “बदला लेने का ख्याल मेरे मन में आया था।”

हालांकि चिदंबरम की यह टिप्पणी बीजेपी को नागवार गुजरी। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 26/11 को लेकर जो देश पहले से जानता था, उसे अब जाकर स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा, “बहुत देर कर दी, बहुत कम किया।”

बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि सोनिया गांधी नहीं चाहती थीं कि भारत 26/11 के बाद पाकिस्तान पर हमला करे। उन्होंने गांधी-वंश को “प्रो-पाक, एंटी-इंडिया” करार दिया और बाटला हाउस एनकाउंटर से लेकर ऑपरेशन तिलक तक कई उदाहरण गिनाए।

चिदंबरम ने अपने बयान में यह भी जोड़ा कि विदेश मंत्रालय की सलाह और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भारी दबाव के चलते यूपीए सरकार ने सैन्य कार्रवाई नहीं की। 2008 में हुए 26/11 हमले को पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था, जिसमें 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।

बीजेपी का कहना है कि चिदंबरम की यह स्वीकारोक्ति यह दर्शाती है कि यूपीए सरकार ने 26/11 के समय देश की भावनाओं को दबा दिया और एक कड़ा जवाब देने से पीछे हट गई। वहीं कांग्रेस ने अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दों पर राजनीतिक चर्चाएं तेज हैं। चिदंबरम के इस कबूलनामे ने न सिर्फ 17 साल पुराने दर्द को ताजा कर दिया, बल्कि राजनीतिक तूफान भी खड़ा कर दिया है।