‘रश्मिका मंदाना 12 घंटे काम करती हैं, कभी थकती नहीं’ – थम्मा डायरेक्टर का बयान, दीपिका पादुकोण के 8 घंटे के वर्क शिफ्ट विवाद पर प्रतिक्रिया
By : dineshakula, Last Updated : November 4, 2025 | 5:42 pm
By : dineshakula, Last Updated : November 4, 2025 | 5:42 pm
मुंबई: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में हाल ही में वर्किंग ऑवर्स को लेकर शुरू हुई बहस थमने का नाम नहीं ले रही। इस चर्चा की शुरुआत तब हुई जब दीपिका पादुकोण ने reportedly संदीप रेड्डी वांगा की Spirit और नाग अश्विन की Kalki 2898 AD सीक्वल से 8 घंटे के शिफ्ट नियम की मांग को लेकर बाहर निकलने का फैसला किया था।
अब इस बहस पर थम्मा फिल्म के निर्देशक आदित्य सरपोतदार ने अपनी राय रखी है। उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म की लीड एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना बिना किसी शिकायत के 12 घंटे तक लगातार काम करती हैं।
सरपोतदार ने कहा, “अक्सर यह मान लिया जाता है कि हर कोई 24 घंटे काम करेगा, लेकिन यह शरीर और दिमाग दोनों पर असर डालता है। मेरा मानना है कि 12 घंटे का शिफ्ट शूटिंग के लिए बिल्कुल व्यावहारिक है, लेकिन उससे ज्यादा काम कराना गलत है। कई बार कलाकारों को शेड्यूल के बीच घर जाने तक का समय नहीं मिलता, जो बेहद अनुचित है।”
उन्होंने आगे कहा, “रश्मिका 12 घंटे काम करती हैं और कभी यह नहीं कहतीं कि वह थक गई हैं। शायद वह अभी अपने करियर के उस मुकाम पर हैं जहां यह संभव है, लेकिन इसे हर किसी के लिए लागू करना सही नहीं होगा। मेरा मानना है कि अगर डायरेक्टर और एक्टर आपसी सहमति से तय करें तो काम बेहतर तरीके से हो सकता है।”
दीपिका पादुकोण के 8 घंटे के वर्क शिफ्ट की मांग पर बोलते हुए थम्मा के निर्देशक ने कहा कि यह ‘वन-साइज-फिट्स-ऑल’ नियम नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, “एक्टर को कैमरे पर एक खास तरीके से दिखना पड़ता है। दीपिका की मांग को समझना जरूरी है कि वह यह बात क्यों उठा रही हैं। बिना बैकग्राउंड समझे इस पर सामान्य बयान देना सही नहीं होगा।”
आदित्य सरपोतदार, जिन्होंने मुञ्जा जैसी फिल्में डायरेक्ट की हैं, ने यह भी कहा कि एक निर्देशक की जिम्मेदारी होती है कि वह अपनी टीम का ख्याल रखे — जैसे उन्होंने थम्मा में परेश रावल के साथ काम करते हुए किया।