पुतिन की मेजबानी! दुनिया के सबसे अमीर निजाम का 170 करोड़ का वो ‘बटरफ्लाई महल’, जिसकी हर बात है खास

By : hashtagu, Last Updated : December 4, 2025 | 4:35 pm

दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब भी भारत आते हैं तो दुनिया की नजरें उस जगह पर टिक जाती हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी उच्च स्तरीय बैठक होती है. यह ऐतिहासिक जगह है नई दिल्ली का हैदराबाद हाउस (Hyderabad House) . यह सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि भारत के शाही अतीत और आधुनिक कूटनीति का संगम है. जिस महल में आज पुतिन जैसे दुनिया के सबसे ताकतवर नेता मेहमान बनते हैं, वह कभी दुनिया के सबसे अमीर इंसान का आशियाना था.

बात हो रही है हैदराबाद के आखिरी निजाम मीर उस्मान अली खान की. एक दौर था जब निजाम को दुनिया का सबसे धनी व्यक्ति माना जाता था. उन्हीं की शान के मुताबिक, 1920 के दशक में इस शानदार महल का निर्माण किया गया था. उस वक्त इसे बनाने में जो खर्च आया था, महंगाई को एडजस्ट करने के बाद आज उसकी कीमत लगभग 170 करोड़ रुपये आंकी जाती है.

Hyderabad House was built at a cost of 200,000 pounds in the 1920s.

इंडिया गेट के पास 1 अशोक रोड पर 8.2 एकड़ में फैला यह पैलेस ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस द्वारा डिजाइन किए गए सबसे भव्य महलों में से एक है. इसे ‘बटरफ्लाई’ (तितली) के आकार में बनाया गया है. भवन के बीचों-बीच एक विशाल गुंबद (Dome) है, जो इसकी भव्यता को और बढ़ा देता है. इसके डिजाइन में यूरोपीय वास्तुकला की नक्काशी के साथ-साथ मुगलकालीन कलाकृतियों का भी अद्भुत मेल देखने को मिलता है. इस दोमंजिला इमारत में 36 विशाल कमरे हैं, जो किसी भी राजसी ठाठ-बाठ को बयां करते हैं.

आजादी के बाद, यह पैलेस भारत सरकार के अधीन आ गया और 1974 में विदेश मंत्रालय ने इसे अधिग्रहित कर लिया. तब से हैदराबाद हाउस को प्रधानमंत्री के राजकीय अतिथि गृह (State Guest House) के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. यह भारत की विदेश नीति का एक अहम केंद्र बन चुका है, जहां बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और पुतिन समेत कई वैश्विक नेताओं का स्वागत किया गया है और भारत के महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय समझौते यहीं से आकार लेते हैं.