छत्तीसगढ़। (counterfeit note) नकली नोट खापने के सिंडीकेट के दो सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इनको पकड़ा है। इनके पास से 2 हजार, 500 और 100 रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। इनके गिरोह के सरगना के बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। आरोपी शिव मनहरे और पराग रात्रे अभी पुलिस कस्टडी में है।
पुलिस को सूचना है कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नकली नोटों का रैकेट चला रहे थे। ये बात तब और पुख्ता हो गई। जब पुलिस ने अरेस्ट हुए शिव का रिकॉर्ड चेक किया। शिव साल २०१७ में नकली नोट के बड़े जखीरे के साथ गिरफ्तार हो चुका है। तब जांजगीर चांपा की पुलिस ने कार्रवाई की थी। जेल से छूटकर फिर से शिव इसी धंधे को आगे बढ़ा रहा था। पुलिस इससे जानकारी ले रही है।
पुलिस को खबर मिली थी कि रायपुर के चूनाभठ्ठी पास जाली नोट रखे हुए दो युवक घूम रहे हैं। पुलिस की टीम ने इन्हें घेरकर पकड़ लिया। पूछताछ में एक ने अपना नाम शिव प्रसाद मनहरे और दूसरे ने पराग रात्रे बताया। ये दोनों शक्ति जिले के रहने वाले हैं। इनके पास से २००० के ९३, ५०० के ९३ और १०० के १८४ जाली नोट बरामद हुए हैं।
जांजगीर की पुलिस को कुछ साल पहले जैजैपुर क्षेत्र के करौंवाडीह के छोटेलाल यादव के होटल में गांव के शिव नकली नोट खपाते मिला था। तब इससे पूछताछ के बाद पुलिस को बड़े रैकेट का पता चला था। इससे मिली जानकारी के बाद तब पुलिस ने ओड़ेकेरा निवासी अन्नू चौहान (३४) को पकड़ा था इसके पास से कलर प्रिंटर, स्कैनर, इंक व जेके ब्रॉड पेपर मिले। ये छत्तीसगढ़ के जांजगीर, सक्ती जैसे इलाकों में रहकर नकली नोट छापते हैं। तब इस गैंग के पास से १२ लाख ३० हजार ५०० रुपए के नकली नोट बरामद किए थे।