रायपुर। राजधानी रायपुर के मरीन ड्राइव (Marine drive massacre) में युवक की हत्या कर फरार होने के फिराक में तीनों आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ (Accused were caught by the police) गए है। पुलिस ने आरोपियों को घटना के 19 घंटे बाद पकड़ लिया है। ये आरोपी तड़के वारदात करके अपने मोहल्ले पहुंचे। लेकिन, सुबह होते ही मर्डर की बात पूरी तरह फैल गई। जिसके बाद आरोपी शहर से भागने के लिए प्लानिंग करने लगे। जांच टीम ने रास्ते में लगे CCTV फुटेजों की जांच करना शुरू किया तो आरोपियों की पहचान हो गई।
जानकारी के मुताबिक, मृतक का नाम ईश्वर राजवाड़े है, जो अंबिकापुर का रहने वाला था। वह सरगुजा कलेक्ट्रेट में ड्राइवर का काम करता था। 22 सितंबर को वह ट्राइबल डेवलमेंट के SDO को लेकर रायपुर पहुंचा था। तेलीबांधा तालाब के पास गाड़ी लगाया था, तभी तीन बदमाश स्कूटी में वहां पहुंचे। उन्होंने ईश्वर से नशे के लिए 50 रुपये देने की मांग की। ईश्वर ने पैसे देने से मना कर दिया। तो वे उसका मोबाइल लूटने लगे। इसी बीच विवाद हो गया। तभी तीनों लुटेरों ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
इस घटना में युवक के पेट, पीठ और शरीर के अन्य जगहों पर चोटें आई हैं। इस दौरान युवक ने मदद मांगने की भी कोशिश की, लेकिन कोई मदद करने नहीं आया। युवक को तत्काल इलाज नहीं मिलने और खून ज्यादा बह जाने से मौके पर ही मौत हो गई।
SDO राजीव पाठक ने बताया कि ईश्वर के साथ मैं ऑफिस काम से रायपुर पहुंचा था। मुझे रूम में छोड़कर वो परिचित के साथ चला गया। ईश्वर ने मुझे बताया था कि उसके 4 साल के बच्चे का आज जन्मदिन है। इस बात को लेकर वह खुश था। यहां से लौटने के बाद वह फैमली से मिलने वाला था।
घटना पर भूपेश बघेल ने x कर लिखा है कि ‘इस सरकार को विज्ञापन जारी कर कह देना चाहिए कि नागरिक अपनी सुरक्षा स्वयं करें। छत्तीसगढ़ अब तक के सबसे भयावह दौर से गुजर रहा है।
वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा कि, यह सिर्फ एक दुखद घटना ही नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान भाजपा सरकार की शर्मनाक कानून व्यवस्था का असली रूप दिखाती है। अपराधी बेखौफ और आम जनता असुरक्षित है।
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