रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोल लेवी वसूली (Coal levy recovery) मामले में EOW की हिरासत (EOW custody) में चल रहे कारोबारी हेमंत और चन्द्रप्रकाश जायसवाल की रिमांड गुरुवार को खत्म होने वाली है। आज दोनों को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। इन दोनों कारोबारियों को 13 जून को बिलासपुर और कोरबा से गिरफ्तार किया गया था। 14 जून से 20 जून तक रिमांड मिली थी।
पूछताछ के दौरान EOW की टीम को कई अहम जानकारियां मिली है। इनके इनपुट पर EOW ने मंगलवार को 5 लोगों की गिरफ्तारी की थी। पांचों आरोपी जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के साथ काम करते थे।
आज रायपुर कोर्ट में EOW की टीम गिरफ्तार हेमंत और चन्द्रप्रकाश जायसवाल की रिमांड अवधी बढ़ाने के मांग करेगी। दरअसल, दोनों ही व्यापारियों को हिरासत में पूछताछ की जाएगी कि कोल घोटाले से जुड़े लोगों के नाम और ठिकाने बताएं। इनसे कई और महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करना चाहती है।
18 जून को EOW ने कोल स्कैम से जुड़े मोइनुद्दीन कुरैशी, रोशन कुमार सिंह, पारेख कुमार कुर्रे, राहुल कुमार सिंह और मोंटू उर्फ वीरेंद्र कुमार जायसवाल को गिरफ्तार किया था। सभी 22 जून तक EOW की रिमांड पर है। जिनसे EOW लगातार पूछताछ कर रही है।
कोल घोटाले मामले में EOW की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। ED की जांच में जिन लोगो के नाम इस घोटाले से जुड़े है एक-एक कर EOW के अधिकारी उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे है। वही जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य लोगो की गिरफ्तारी हो सकती है।
छत्तीसगढ़ में अवैध कोल लेवी वसूली का मामला ईडी की रेड में सामने आया था। दावा है कि, कोल परिवहन में कोल व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने 15 जुलाई 2020 को इसके लिए आदेश जारी किया था।
यह भी पढ़ें : पटना हाई कोर्ट ने ‘आरक्षण’ सीमा बढ़ाए जाने के फैसले को किया रद्द