बस्तर में शांति और विकास की नई कहानी, सीएम विष्णुदेव साय ने की सराहना

By : dineshakula, Last Updated : August 9, 2025 | 1:20 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (VIshnu Deo Sai) ने हाल ही में एक ट्वीट के जरिए बस्तर क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलावों की सराहना की। उनके मुताबिक, बस्तर अब शांति, खुशहाली और विकास की नई दिशा में अग्रसर हो रहा है, जहां पहले बंदूकें और हिंसा का बोलबाला था, वहीं अब वहाँ विकास की मुख्यधारा में लोग शामिल हो रहे हैं।

सीएम साय ने अपने ट्वीट में लिखा, “अब बस्तर शांति, खुशहाली और विकास की नई कहानी लिख रहा है। बस्तर के गाँवों में हँसी-खुशी गूंज रही है और कभी बंदूक उठाने वाले अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। यह संभव हुआ है हमारी सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति से, पिछले डेढ़ साल में 1500 से अधिक लोग हिंसा छोड़कर विकास से जुड़े हैं। अब बस्तर में बंदूकें शांत हो रही हैं और घर-घर में रिश्तों की मिठास व खुशहाली लौट आई है।”

नक्सल पुनर्वास नीति का असर

बस्तर में शांति और विकास की इस नई शुरुआत का मुख्य कारण राज्य सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति है, जिसे मुख्यमंत्री ने पिछले डेढ़ साल में लागू किया। इस नीति के तहत, नक्सलियों और हिंसा से जुड़े लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए उन्हें सामाजिक और आर्थिक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत 1500 से ज्यादा लोग हिंसा छोड़कर विकास की ओर कदम बढ़ा चुके हैं।

इन बदलावों के परिणामस्वरूप बस्तर में न केवल शांति की स्थापना हुई है, बल्कि वहाँ के लोग अब बेहतर भविष्य की ओर देख रहे हैं। विकास की ओर बढ़ते हुए बस्तर में अब घर-घर में खुशहाली और समृद्धि की आहट सुनाई दे रही है।

बंदूकें शांत और रिश्तों की मिठास लौट आई

सीएम ने यह भी उल्लेख किया कि बस्तर में अब बंदूकें शांत हो रही हैं और लोगों के दिलों में रिश्तों की मिठास वापस लौट रही है। यह बदलाव सरकार की नीति और क्षेत्रीय समुदायों के सहयोग से संभव हुआ है। बस्तर अब न केवल सुरक्षा के लिहाज से बल्कि सामाजिक समृद्धि के नजरिए से भी एक आदर्श उदाहरण बन चुका है।

सरकार का दृढ़ संकल्प और आगे की दिशा

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार बस्तर को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। नक्सल समस्या से निपटने के लिए सरकार का यह कदम न केवल बस्तर बल्कि पूरे राज्य के लिए एक मिसाल बनेगा। आने वाले समय में बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक सुविधाएं और सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि लोगों का जीवन और भी बेहतर हो सके।

बस्तर का यह बदलाव सरकार की कड़ी मेहनत, नक्सलियों की पुनर्वास नीति, और स्थानीय समुदायों के सहयोग का परिणाम है। राज्य सरकार की यह नीति न केवल बस्तर, बल्कि छत्तीसगढ़ के अन्य हिस्सों में भी शांति और विकास की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो सकती है।