अजय चंद्राकर का आरोप, कहा-‘तस्करी’ के धान की ‘खरीदी’!

By : madhukar dubey, Last Updated : March 27, 2023 | 4:21 pm

छत्तीसगढ़। भूपेश सरकार के धान खरीदी के आकड़े पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर (former minister ajay chandrakar) ने बड़ा अरोप लगाया है। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा है कि धान खरीदी की लिमिट 20 क्विंटल प्रति एकड़ करने की घोषणा धान तस्करी न्याय योजना हैं। श्री चंद्राकर ने कहा कि सन 2021 के आंकड़े बताते हैं कि रायपुर में धान की अधिकतम उत्पादकता 17.58 क्विंटल और न्यूनतम उत्पादकता 07.72 क्विंटल प्रति एकड़ है। इसका साफ मतलब है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार धान खरीदी की लिमिट बढ़ाकर जनता को भ्रमित कर रही है।

भाजपा मुख्य प्रवक्ता व पूर्व मंत्री चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश सरकार सन् 2022 और 2023 की धान उत्पादकता के जिलेवार ताजा आंकड़े प्रदेश के समक्ष रखे। धान उत्पादकता अब तक उपलब्ध के आंकड़ों के मद्देनजर प्रदेश की बघेल सरकार की धान खरीदी की लिमिट बढ़ाने की घोषणा राजनीतिक और कांग्रेसियों के लिए धान तस्करी न्याय योजना है। श्री चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के खजाने को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धान की तस्करी करने के लिए लुटाया जाएगा ताकि कांग्रेसी इससे भी अपना खजाना भर सकें। यह छत्तीसगढ़ की जनता के साथ अन्याय है। यदि कहीं पर भी सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 20 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन होता तो भाजपा भी इसका समर्थन करती।

चंद्राकर ने कहा कि जब सरकारी आंकड़े कह रहे हैं कि 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान का उत्पादन प्रदेश के किसी भी जिले में नहीं है, तब प्रदेश की जनता इस पूरी योजना को समझे कि कांग्रेस किस तरह से भ्रष्टाचार करने जा रही है? किस तरह से यह कांग्रेस सरकार धान की तस्करी को बढ़ावा देना चाह रही है? चंद्राकर ने प्रदेश की जनता और किसानों से अनुरोध किया है कि वह जागरूक होकर प्रदेश के खजाने को बचाएं। उन्होंने (चंद्राकर ने) इसीलिए विधानसभा में कहा था कि प्रदेश का बजट कांग्रेस का बजट है न कि जनता का बजट है। चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को बरगलाने में किसी सरकार का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा तो वह प्रदेश की भूपेश सरकार का होगा।

(इनपुट) भोजेंद्र वर्मा