26 दिन से फरार अमित बघेल गिरफ्तार हूबली जाने से पहले सरेंडर की तैयारी में पुलिस ने दबोचा

By : ira saxena, Last Updated : December 5, 2025 | 2:16 pm

रायपुर :  छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल (Amit Baghel) को रायपुर की देवेंद्र नगर पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। वह सरेंडर करने पहुंचे थे लेकिन इससे लगभग दस मिनट पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। अदालत और थाने के बाहर बड़ी संख्या में समर्थक इकट्ठा हुए थे जिसके कारण पूरी जगह पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

अमित बघेल पिछले 26 दिनों से फरार थे और उन पर आपत्तिजनक बयान देने को लेकर 12 राज्यों में एफआईआर दर्ज है। शुक्रवार को उनकी मां का निधन हो गया था जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पथरी ले जाया गया है। बघेल अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जमानत की अपील कर सकते हैं।

26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी और कठोर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अपनी जुबान पर लगाम रखें और जहां जहां मामला दर्ज है वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी तरह की राहत नहीं दी जाएगी। इससे पहले की सुनवाई में अदालत कह चुकी थी कि वह एफआईआर क्लबिंग जैसे मुद्दों में हस्तक्षेप नहीं करेगी और बघेल को अलग अलग राज्यों की जांच से गुजरना होगा।

गिरफ्तारी के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। बैरिकेडिंग और पुलिस बल बढ़ा दिया गया है ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो। पुलिस अब रिमांड की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है।

अमित बघेल पर आरोप है कि 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने के विवाद के बाद उन्होंने अग्रसेन महाराज और सिंधी समाज के इष्ट देवता झूलेलाल पर विवादित टिप्पणी की थी। इस बयान के बाद अग्रवाल और सिंधी समाज ने राज्यभर ही नहीं बल्कि देशभर में विरोध प्रदर्शन किए थे।

छत्तीसगढ़ महतारी मूर्ति विवाद 26 अक्टूबर 2025 को शुरू हुआ था जब रायपुर के वीआईपी चौक पर मूर्ति तोड़ी गई। इसके अगले दिन क्रांति सेना वहां पहुंची और जमकर हंगामा हुआ। पुलिस और क्रांति सेना के सदस्यों के बीच झड़प भी हुई। हालांकि पुलिस ने अगले ही दिन आरोपी को राम मंदिर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी मानसिक रूप से अस्थिर था और नशे में इस घटना को अंजाम दिया था।