आज रात ‘ओम माथुर’ के घर अमित शाह लेंगे ‘CG’ BJP की बैठक!, जानें, किसे मिलेगा ‘मोदी’ की ‘Team’ में मौका

मिशन 2023 विधानसभा चुनाव को कामयाब बनाने के लिए BJP अब एक्शन मोड में आ गई है।

  • Written By:
  • Updated On - January 11, 2023 / 06:12 PM IST

छत्तीसगढ़। मिशन 2023 विधानसभा चुनाव को कामयाब बनाने के लिए BJP अब एक्शन मोड में आ गई है। इसके मद्देनजर बुधवार की रात छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर (State in-charge Om Mathur) के घर गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। जहां छत्तीसगढ़ से दिल्ली गए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद रहेंगे।

पार्टी के सूत्रों के मुताबिक यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आगामी विधानसभा चुनाव का रोडमैप तैयार करने की कवायद होगी। इसमें किसकी कहां भूमिका होगी, इस पर भी गहन मंथन होगा। इसके अलावा इस बैठक में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी फोकस किया जाएगा।इसमें छत्तीसगढ़ बीजेपी के संगठन में सक्रियता पर भी चर्चा की की जाएगी।

पार्टी के सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के अभी तक 4 सालों में किए गए सभी नाकामियों को उजागर करने की योजना बनेगी। बहरहाल, ये तो तय है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अब छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से गंभीर हो गया है। अभी तक पार्टी ने इस गोपनीय बैठक के बारे में कुछ नहीं कहा है। लेकिन इतना तय है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की सक्रियता का आंकलन किया जाएगा। ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव का रोडमैप जल्द से जल्द तैयार किया जाएगा।

विजय बघेल, गुहाराम अजगले शामिल होंगे मोदी की कैबिनेट में!

सूत्रों ने बताया कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं वहां के राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में बदलाव किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ भाजपा के लिए अहम राज्य है। 15 सालों तक यहां सत्ता रहने के बाद इस बार सत्ता में लौटने का सियासी टास्क है। केंद्रीय संगठन भी छत्तीसगढ़ पर फोकस किए हुए है। माना जा रहा है कि इन बदलाव के जरिए अगले साल होने वाले चुनावों में बीजेपी बढ़त बनाने की कोशिश करेगी।

सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल में फेरबदल में न केवल मंत्रियों के परफॉर्मेंस का ध्यान रखा जाएगा बल्कि रोटेशन पॉलिसी का भी पालन किया जाएगा ताकि अन्य को भी मौका मिल पाए। इसके जरिए काबिल सांसदों को मौका देना और कुछ मंत्रियों का इस्तेमाल संगठन में करना है। प्रदेश के विजय बघेल, गुहाराम अजगले जैसे नामें की चर्चा तेज है।