रायपुर। भानुप्रतापपुर विधानसभा उप चुनाव में भारी उलटफेर की संभावना के हालात पैदा हो गए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को गैंगरेप के आरोप में गिरफ्तार करने के लिए झारखंड की पुलिस कांकेर जिले के चरमा पहुंच चुकी है। 15 मई 2019 को जमशेदपुर में इसी नाबालिग से गैंगरेप के एक और आरोपी नरेश सोनी के घर भी पुलिस दबिश लेकिन नहीं मिले। इसी चारामा में बीजेपी प्रत्याशी का भी घर है। पुलिस इनकी तलाश कर रही है।
बीजेपी के समर्थक विरोध की तैयारी में
प्रत्याशी के समर्थक पुलिस के विरोध करने के लिए एकजुट होने लगे है। लेकिन अभी भारी विरोध की आशंका में पुलिस गिरफ्तारी के मौके की तलाश कर रही है।
बीजेपी हाईकमान पेसोपेश में
बीजेपी प्रदेश नेतृत्व में भी नेताम की संभावित गिरफ्तारी को लेकर हलचल मचा हुआ है। बहरहाल, अभी किसी भी तरह की विरोध करने की रणनीति का खुलासा नहीं किए हैं।
आरोप, ईडी के जबाव में पूरा खेल तो नहीं !,
बीजेपी प्रत्याशी की गिरफ्तारी को लेकर पार्टी के लोग तमाम तरीके से आशंकाएं व्यक्त कर रहे हैं। किसी का कहना है की झारखंड और सीजी में ईडी की कारवाई जारी है। इन सबके बीच 2019 के मामले में बीजेपी प्रत्याशी के झारखंड में गैंगरेप में फंसे होने के सबूत लेकर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मीडिया के सामने खुलासा करते हैं। ऐसे में बीजेपी का आरोप है की पुराने मामले में उन पर कार्रवाई फर्जी थी। अब बहरहाल, अब जो भी सच्चाई हो। ये पुलिस जांच और कोर्ट ही तय करेगा।
कांग्रेस को मिलेगा पूरा फायदा
वैसे अभी तक चले घटनाक्रम में भानुप्रतापपुर विभानसभा उप चुनाव में फायदा मिलने का दावा किया जा रहा है। इसके पीछे कारण भी साफ हैं की दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पूरे विधानसभा में लोकप्रियता भी। ऐसे में जनता में कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी को लेकर सहानुभूति है। इसके अलावा भूपेश सरकार के कार्य भी है। लेकिन अब तो कांग्रेस बीजेपी से आगे निकलती दिख रही है। कारण, बीजेपी प्रत्याशी पर गैंगरेप के मामले में निरुद्ध होना।