“बाबा साहब का दूसरा अवतार”: खड़गे की तुलना पर गरमाई सियासत, BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना
By : hashtagu, Last Updated : July 8, 2025 | 10:00 am
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Amarjit Bhagat) के एक विवादित बयान ने सियासी हलकों में गर्माहट ला दी है। भगत ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तुलना संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर से करते हुए उन्हें “बाबा साहेब का दूसरा अवतार” बताया। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ पूरी तरह से डूब गया है और ऐसे समय में खड़गे साहब का आना किसी संजीवनी से कम नहीं। मैं उन्हें बाबा साहेब के दूसरे अवतार के रूप में देखता हूं।”
भाजपा का पलटवार: “बाबा साहेब का अपमान”
अमरजीत भगत के इस बयान पर भाजपा विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे डॉ. अंबेडकर का अपमान करार देते हुए कांग्रेस पर चापलूसी की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस में व्यक्ति पूजा और परिवारवाद ही अब राजनीति का आधार बन गया है। कांग्रेस के नेता उस बाबा साहेब की तुलना खड़गे से कर रहे हैं, जिन्हें उनके दल ने ही चुनाव में हराकर अपमानित किया था।”
खुशवंत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से भगत को पार्टी से बाहर करने की मांग की और कहा कि “कांग्रेस संविधान की आत्मा को कदम-कदम पर कुचल रही है। अब खड़गे को अंबेडकर का अवतार बताकर सारी हदें पार कर दी गई हैं।”
आज सरगुजा, छत्तीसगढ़ में @BJP4CGState द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘सांसद-विधायक प्रशिक्षण वर्ग’ के उद्घाटन सत्र का शुभारंभ कर उपस्थित प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन किया।
जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं में संगठन बोध और जनसेवा के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारतीय जनता… pic.twitter.com/aEjkjw8SMu
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 7, 2025
कांग्रेस के लिए असहज सवाल
भाजपा ने कांग्रेस नेतृत्व से इस बयान पर स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की है। खुशवंत साहेब ने पूछा है, “क्या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज इस बयान से सहमत हैं? यदि नहीं, तो भगत के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी?” उन्होंने तीनों नेताओं से बिना शर्त माफी की मांग भी की।
जनसभा से निकला विवाद
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को रायपुर में आयोजित ‘किसान, जवान और संविधान’ जनसभा में शामिल हुए थे। उसी जनसभा के संदर्भ में अमरजीत भगत ने यह टिप्पणी की थी, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है।




