भूपेश बघेल ने अमित शाह पर किया तीखा हमला, कहा– आदिवासी आवाज़ दबाने की कोशिश
By : dineshakula, Last Updated : October 4, 2025 | 3:06 pm
रायपुर, छत्तीसगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे के दौरान भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। बघेल ने ट्वीट कर कहा कि जब देश के गृहमंत्री अमित शाह बस्तर में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे हैं, ठीक उसी वक्त वरिष्ठ आदिवासी भाजपा नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर को रायपुर में “हाउस अरेस्ट” कर दिया गया है।
भूपेश बघेल ने इस घटना को भाजपा की आदिवासी विरोधी नीतियों का एक उदाहरण बताते हुए कहा कि यह साफ़ दिखाता है कि भाजपा आदिवासियों की आवाज़ को दबाना चाहती है, चाहे वह आवाज़ भाजपा के अंदर से ही क्यों न उठे। उन्होंने इसे “प्रशासनिक दलाली” करार दिया और कहा कि आदिवासी नेताओं के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है।
वाह! अमित शाह जी! वाह
जिस वक्त देश के गृहमंत्री बस्तर में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुँचे हैं, ठीक उसी वक्त वरिष्ठ आदिवासी भाजपा नेता, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर जी को रायपुर में “हाउस अरेस्ट” कर लिया गया है.
यह दिखाता है कि भाजपा आदिवासियों की आवाज़ को दबाना चाहती है, चाहे…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 4, 2025
बघेल ने आगे कहा कि भाजपा सरकार अपनी कुर्सी बचाने के लिए आदिवासियों की समस्याओं को अनदेखा कर रही है और उनके अधिकारों पर सेंध लगा रही है। उन्होंने कहा कि आदिवासी नेताओं की आवाज़ दबाने से न केवल उनका हौसला टूटेगा, बल्कि यह लोकतंत्र की भी हत्या होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्रीय और राज्य सरकार से अपील की कि वे आदिवासियों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा करें और उन्हें इस तरह के उत्पीड़न से बचाएं। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के मुद्दों को गंभीरता से लेना होगा और उनके विकास के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
इस बीच, ननकीराम कंवर के हाउस अरेस्ट की खबर ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। भाजपा सरकार पर इस कदम को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे अपने विरोधियों की आवाज़ दबाने के लिए प्रशासनिक ताकत का दुरुपयोग कर रही है।
भूपेश बघेल के इस बयान से छत्तीसगढ़ की राजनीति में सियासी तनाव बढ़ सकता है और आदिवासी समाज की संवेदनशीलता को लेकर राजनीतिक बहस और तेज होगी।


