शराब घोटाले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की रिमांड एक दिन बढ़ी

By : dineshakula, Last Updated : August 18, 2025 | 8:47 pm

रायपुर  | छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल लाने वाले बहुचर्चित शराब घोटाले (Liquor scam) में एक और बड़ा अपडेट सामने आया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की न्यायिक रिमांड एक दिन और बढ़ा दी गई है। सोमवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेशी के दौरान यह फैसला लिया गया।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चैतन्य की 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत में कंडोलेंस (शोकावकाश) के कारण फिलहाल उन्हें 1 दिन की रिमांड पर फिर से जेल भेजा गया है। अब इस मामले में फैसला मंगलवार को सुनाया जाएगा।

चैतन्य बघेल पिछले एक महीने से जेल में बंद हैं। उन्हें 18 जुलाई को भिलाई से गिरफ्तार किया गया था। उन पर शराब घोटाले से 16.70 करोड़ रुपए हासिल करने का गंभीर आरोप है।

ईडी के आरोप क्या कहते हैं?

ED के मुताबिक चैतन्य ने ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए कई ट्रिक अपनाईं। मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम के तहत:

  • विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट (बघेल डेवलपर्स) में करीब 13-15 करोड़ की हेराफेरी की गई।

  • ठेकेदार को 4.2 करोड़ रुपए कैश में भुगतान किया गया, जो रिकॉर्ड में नहीं दिखाया गया।

  • त्रिलोक ढिल्लन के जरिए 19 फ्लैट खरीद कर काले धन को सफेद करने की कोशिश हुई।

  • एक ज्वेलर्स ने 5 करोड़ कैश लोन दिया और बाद में उसी ने 80 लाख में 6 प्लॉट खरीद लिए।

ED का दावा है कि चैतन्य ने पैसों की ट्रैकिंग से बचने के लिए फ्रंट कंपनियों और लोगों का इस्तेमाल किया।

जानिए क्या है शराब घोटाला?

इस घोटाले की जड़ें भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल से जुड़ी हैं। ED ने इस केस में 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी का आरोप लगाया है।

सिंडिकेट का संचालन IAS अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के जरिए हुआ, ऐसा ED का दावा है।

ACB में दर्ज FIR के आधार पर ED ने जांच शुरू की और अब इस केस में राजनीतिक परिवारों तक जांच की आंच पहुंच चुकी है।

आज की बड़ी बात:

ED की याचिका पर सुनवाई मंगलवार को होगी। अगर कोर्ट रिमांड मंजूर करती है, तो चैतन्य से पूछताछ की नई प्रक्रिया शुरू होगी।

राजनीतिक गलियारों में इस केस को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं – क्या चैतन्य के बाद अगला निशाना कौन?