रायपुर। भपूेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब छत्तीसगढ़ में शराबबंदी (prohibition) के लिए बनाई गई राजनीतिक कमेटी जल्द ही शराबबंदी वाले प्रदेशों के दौरे पर जाने वाली है। बताया गया है कि शराबबंदी कमेटी के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा (Satyanarayan Sharma) की अध्यक्षता में सात सदस्यीय दल २१ जनवरी को गुजरात के दौरे पर जाएगा।
जबकि २६ जनवरी के बाद समिति बिहार का दौरा करेगी। दरअसल कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में प्रदेश में शराबबंदी का वादा किया था। इसके लिए वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में राजनीतिक कमेटी गठित की गई थी। अगस्त २०२२ में कमेटी की तीसरी बैठक में शराबबंदी वाले राज्यों का दौरा करने के लिए रणनीति तैयार की गई थी। समिति ने अपनी इस रणनीति को मूर्त रुप देने की तैयारी कर ली है।
बताया गया है कि पूर्ण शराबबंदी के लिए की जाने वाली आवश्यक तैयारी के अध्ययन के लिए दल का गठन किया गया है। यह दल पूर्ण शराबबंदी वाले राज्यों का दौरा करेगी। उन्होंने कहा कि शराब एक सामाजिक और गंभीर समस्या है। इसके हर पहलू का अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद ही इस पर कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि समिति देश के अनुसूचित जनजाति बहुल राज्य का भी अध्ययन भ्रमण कर रिपोर्ट तैयार करेगी।
बताया गया है कि अध्ययन दल गुजरात और बिहार के दौरे पर जाकर वहां शराबबंदी का अध्ययन करेंगे साथ ही वह यह भी देखेंगे कि शराबबंदी होने के बाद आखिर लोगों तक शराब कैसे पहुंच रही है। वहीं स्मगलिंग के तरीकों का भी पता लगाएंगे ताकि यहां पर शराबबंदी हो तो इन तरीकों पर पहले ही लगाम लगाई जा सके।
श्री शर्मा के साथ अध्ययन दल में संसदीय सचिव रश्मि सिंह, शिशुपाल सोरी, कुंवर सिंह निषाद, द्वारकाधीश यादव, दलेश्वर साहू और पुरुषोत्तम कंवर सहित आबकारी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
शराबबंदी वाले राज्यों का सामाजिक परिस्थितियों का अध्ययन करने के साथ ही शराबबंदी के बाद होने वाले रिएक्शन के बारे में भी जानकारी लेंगे। अध्ययन करने के बाद ही रिपोर्ट सरकार को सौपेंगे।