महारैली में ‘कल’ दहाड़ेंगे भूपेश!, देखें, उनके ‘आन-बान-शान’ का VIDEO

आऱम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज़ ज़ंग की घड़ी की तुम गुहाऱ दो, आन बान शान या कि ज़ान का हो दान,आज़ इक धनुष के बाण पे उताऱ दो।

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  • Updated On - January 2, 2023 / 09:46 PM IST

छत्तीसगढ़। आऱम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड, आज़ ज़ंग की घड़ी की तुम गुहाऱ दो, आन बान शान या कि ज़ान का हो दान,आज़ इक धनुष के बाण पे उताऱ दो। अब (Bhupesh) भूपेश बघेल इसी अंदाज में BJP की आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ जन अधिकार महारैली (Jan Adhikar Maharally)  3 जनवरी को दोपहर 12 बजे से आगाज करेंगे। CM भूपेश बघेल ने उक्त गाने की लाइन पर आधारित एक विडियो अपने twitter एकाउंट पोस्ट किया है। बता दें, रायपुर में प्रदेश के सभी जिलों से कांग्रेस कार्यकर्ता और समाज के सभी संगठनों के लोग इस जन अधिकार रैली में शामिल होंगे। इसके लिए कांग्रेस संगठन की तैयारियां पूरी हो चुकी है।

इस वजह से भी आरक्षण को लेकर मचा है सियासी घमासन

विधानसभा में आरक्षण बिल पारित हुआ। इसके बाद हस्ताक्षर करने के लिए राज्यपाल के पास भेजा गया। लेकिन एक माह से अधिक समय होने के बाद भी उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किया है। जबकि राज्यपाल द्वारा भूपेश सरकार को भेजे गए सभी 10 सवालों के जवाब भी भेज दिए गए। इसके बाद फिर राज्यपाल ने यह शिगूफा छोड़ा, वे अपने विधिक सलाहकार से मशविरा करेंगी। उनके इस बयान के भी काफी दिन बीत गए। इसके बावजूद वे हस्ताक्षर नहीं करने की जिद पर अड़ीं हुईं हैं। इधर, अब इस मुद्दे काे लेकर कांग्रेस और बीजेपी में सियासत घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस का आरोप है कि राजभवन बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है।

भूपेश ने कहा था, विधानसभा में सर्वसम्मति से आरक्षण बिल पारित कर दिया गया है। राज्यपाल का क्या विधिक सलाहकार विधानसभा से बड़ा हो गया । कहा था कि अगर नहीं हस्ताक्षर करना है तो वे आरक्षण बिल को विधानसभा वापस भेज सकती हैं। लेकिन वे भी नहीं कर रही हैं। ऐसे में तमाम भर्तियां रूकी हूुईं। एेसे में छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। कहा कि भाजपा आरक्षण बिल को छत्तीसगढ़ में लागू नहीं होने देना चाह रही है।