भूपेश ने लिखे, ‘उड़ने दो परिंदों को’ अभी ‘शोख’ हवा में!, पढ़ें, वाक्या
By : madhukar dubey, Last Updated : April 18, 2023 | 5:02 pm
छत्तीसगढ़। आज अपने कार्यक्रम में बच्चों को गुब्बारे देने के बाद भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने उस पल को अपने ट्विटर पर लाए। उन्होंने बशीर बद्र (Bashir Badra) की चंद लाइनें लिखें, उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में, फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बाल प्रेम जग जाहिर है। मुख्यमंत्री चाहे किसी भी परिस्थिति में हों बच्चों को देखकर वो रूक जाते हैं और उनसे बात जरूर करते हैं। भेंट मुलाकात के दौरान भी मुख्यमंत्री ने कई बार अपनी सुरक्षा और प्रोटोकाल को तोड़कर बच्चों से मुलाकात की और उनको भरपूर समय दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के मन को समझते हुए बोर्ड परीक्षाओं के टापर्स को हैलीकाप्टर में जॉय राइड भी करायी और बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए प्रदेश में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालयों की भी शुरूआत की है।
मुख्यमंत्री के इसी बाल प्रेम का एक रूप आज रायपुर के चंदखुरी में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी में भी देखने को मिला। दीक्षांत समारोह को दौरान मुख्यमंत्री को शांति के प्रतीक के तौर पर रंग बिरंगे गुब्बारे उड़ाने को दिए गए। मुख्यमंत्री ने देखा कि पास ही दर्शक दीर्घा में बच्चे भी बैठे हैं और उनकी ओर देख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सामने खड़ी दो बच्चियों को अपने पास बुलाया और शांति के प्रतीक गुब्बारों को उन बच्चियों के हाथों में दे दिया और फिर बच्चों ने इन गुब्बारों को हवा में छोड़ा।
उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते
~बशीर बद्र 🇮🇳 pic.twitter.com/zuCOrgsCky— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 18, 2023




