‘Cold wave’ के आगोश में ‘CG’, 7 JAN तक स्कूल बंद
By : madhukar dubey, Last Updated : January 5, 2023 | 10:22 am
छत्तीसगढ़ में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त भारी हवा और उत्तर से आ रही ठंडी और सूखी हवाओं की वजह से मौसम बदला है। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग में कई जिलों में हल्की बरसात दर्ज हुई है। बुधवार भोर से बूंदाबादी शुरू हुई, जिसका सिलसिला रात तक जारी रहा। मौसम विभाग के मुताबिक शाम ५ बजे तक रायपुर में २.९ मिलीमीटर तक पानी बरस चुका था। माना में १.२ और राजनांदगांव में २ मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड हुआ है। भारी नमी और नीचे छाये हल्के बादलों की वजह से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। इसकी वजह से हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। खराब दृश्यता की वजह से कई उड़ानों को टाल दिया गया।
सामान्य से 12 डिग्री तक गिरा परा
मौसम विभाग ने बताया, बुधवार दिन का सबसे कम तापमान १५ डिग्री सेल्सियस रहा। यह पेण्ड्रा रोड में दर्ज हुआ। यह सामान्य दिनों के तापमान से ९ डिग्री तक कम है। राजनांदगांव में दिन का अधिकतम तापमान १७.८ डिग्री रहा जो सामान्य से १२ डिग्री कम है। अंबिकापुर का अधिकतम तापमान १६.१ डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य तापमान ६ डिग्री तक कम रहा। वहीं राजधानी रायपुर का अधिकतम तापमान १८.८ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से ८ डिग्री सेल्सियस कम था। बुधवार को रायपुर का न्यूनतम तापमान १७.५ डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। यानी रायपुर के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में एक डिग्री तक का ही अंतर रहा है।
यह शीत दिवस कब होता है
सामान्य तौर पर न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस होने अथवा सामान्य से ६.५ डिग्री कम होने पर मौसम विभाग शीतलहर की घोषणा करता है। लेकिन जब न्यूनतम तापमान सामान्य से १० डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम ४.५ डिग्री सेल्सियस कम होता है तो उसे शीत दिवस कहा जाता है। एक गंभीर शीत दिवस तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से ६.५ डिग्री सेल्सियस या उससे कम होता है।