छत्तीसगढ़। विधानसभा चुनाव में लोकलुभावन वादों (Populist promises) की बदौलत राजनीति पार्टियां सत्ता पाने की जुगत में लगी हैं। किसी ने वादाें का पिटारा खोल दिया है तो कोई विपक्षी पार्टी के जनघोषणाओं के जारी होने के इंतजार में हैं। ताकि उससे दो कदम घोषणा पत्र जारी कर सकें। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा (Congress and BJP) प्रत्याशियों की तस्वीरें लगभग साफ हो चुकी है। अब दोनों पार्टियों के घोषणापत्र का इंतजार है। कांग्रेस अभी तक किसानों की कर्ज माफी सहित कुल 17 घोषणाएं कर चुकी है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली मुफ्त देने की बात कही गई है। भाजपा ने भी गरीबों को 75 हजार रुपए में आवास और पीएससी घोटाले की जांच का वादा किया है। इसके साथ बीजेपी कांग्रेस के घोषणा पत्र के बाद कई चौंकाने वाली घोषाणा करने वाली है। ऐसे में पार्टियां एक-दूसरे की घोषणा पत्र के इंतजार में हैं।
2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के लिए उनका घोषणा पत्र ही गेम चेंजर साबित हुआ था। ऐसे में इस बार दोनों ही पार्टियों का जोर इस पर है। घोषणाओं को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना भी साधा था। उन्होंने कहा था कि, बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। इन्होंने अब तक कोई घोषणा नहीं की। वहीं भाजपा ने कर्ज माफी की घोषणा पर भूपेश को घोषणावीर बताया।
ये हैं कांग्रेस की घोषणाएं
कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र नवंबर के पहले सप्ताह में आएगा। कांग्रेस पार्टी ने अब तक अपनी प्रमुख घोषणाएं कर दी है। अब संभावना है कि कांग्रेस पार्टी 3 या चार नवंबर को अपना वचनपत्र जारी करेगी। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने अपनी लगभग सभी प्रमुख घोषणाएं कर दी है।
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