रायपुर। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (Leader of Opposition Narayan Chandel) ने मंत्री मो. अकबर के निर्वाचन क्षेत्र कवर्धा के मुस्लिम युवक द्वारा दुष्कर्म करने के मामले में पांडातराई पुलिस के रवैये पर सवाल किया है कि बिना राजसंरक्षण के यह कैसे मुमकिन है। आज मजबूर होकर पीड़िता ने थाने पहुंचकर आत्मदाह करने का प्रयास किया है। पीड़िता का स्पष्ट आरोप है कि दुष्कर्म (Rape) के इस मामले में पुलिस जानबूझकर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर रही है। मंत्री अकबर ने अब तक न तो घटना पर संज्ञान लिया है और न पुलिस द्वारा कोई उचित और ठोस कार्यवाही हुई है और न पीड़िता को आरंभिक न्याय मिला है। मंत्री अकबर अपनी भूमिका स्पष्ट करें।
भूपेश बघेल सरकार के लचर कानून व्यवस्था के कारनामे पौने पांच साल में लगातार सामने आते रहे हैं और अब ताजा बानगी सामने आई है कि दुष्कर्म पीड़िता को अपने साथ होटल में दो दिन दुष्कर्म, मारपीट करने और पुलिस द्वारा शिकायत सुनने की बजाय अकेले में मिलने कहे जाने की दास्तान राजधानी के प्रेस क्लब आकर मीडिया के सामने बयान करना पड़ी। मंत्री मो. अकबर के निर्वाचन क्षेत्र कवर्धा के अबरार खान द्वारा रायपुर के होटल में दो दिन तक युवती से दुष्कर्म किया गया। उसके साथ मारपीट की गई। अबरार खान के परिवार वाले पीड़िता को रायपुर में उसके हाल पर छोड़कर अपने दुष्कर्मी अबरार को ले गए। पीड़िता अपने साथ घटी वारदात की शिकायत दर्ज कराने पांडातराई थाने पहुंची तो थानेदार ने उससे अकेले में मिलने कहा। क्या छत्तीसगढ़ में यही कानून का राज चल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार की तुष्टिकरण की भूख छत्तीसगढ़ को संघर्ष की आग में झोंक रही है। खुलेआम लव जेहाद चल रहा है। बिरनपुर में भुनेश्वर साहू की निर्मम हत्या भी इसी का परिणाम है। जेहादी उन्माद की भेंट चढ़े उस युवक के पिता ने जिन लोगों को नामजद किया, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। उल्टे हेट स्पीच के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया गया। इसके पहले कवर्धा में हिन्दू धर्म ध्वजा का अपमान करने वाले आतताइयों को तुष्टिकरण की नीति के तहत संरक्षण दिया गया। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को जबरिया जेल में ठूंस दिया गया।
उस वक्त मंत्री अकबर सैकड़ों गाड़ियों का काफिला लेकर क्या हिन्दू धर्मावलंबियों को भयभीत करने रायपुर से कवर्धा पहुंचे थे। छत्तीसगढ़ में न तो छोटी छोटी बेटियां सुरक्षित हैं और न युवतियां, महिलाएं और न बुजुर्ग माताएं। सुकमा के पोटाकेबिन में 5 साल की बच्ची का सामूहिक बलात्कार हो गया। सरकार मामला दबाती रही। अब कबीरधाम जिले की एक युवती को बंधक बनाकर दो दिन दुष्कर्म किया गया। पुलिस आरोपी पर कार्रवाई करने की बजाय पीड़िता को अकेले में बुला रही है। यह भूपेश बघेल सरकार की रीति नीति का घृणित प्रदर्शन है। छत्तीसगढ़ में धृतराष्ट्र संजय दृष्टि से देख रहा है कि मणिपुर में क्या हो रहा है। उसे अपने राज में खुले घूम रहे दुर्याेधनों और दुस्शासनों के कर्म दिखाई नहीं दे रहे। कांग्रेस की गांधारी माता की आंख में जब तुष्टिकरण की पट्टी बंधी हो तो कांग्रेस की छत्तीसगढ़ राजसभा में यही सब हो सकता है। यहां कांग्रेस का हस्तिनापुर अब ध्वस्त होना ज्यादा दूर नहीं है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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