खूंखार नक्सली ‘गोपन्ना’ पर आरोप सिद्ध नहीं!, जेल से रिहा

पुलिस के किसी समय मोस्ट वांटेड और खूंखार नक्सली गोपन्ना (dreaded naxalite gopanna) को पुलिस ने पकड़ा और उसे जेल भी हुई।

  • Written By:
  • Publish Date - March 26, 2023 / 05:10 PM IST

जगदलपुर। पुलिस के किसी समय मोस्ट वांटेड और खूंखार नक्सली गोपन्ना (dreaded naxalite gopanna) को पुलिस ने पकड़ा और उसे जेल भी हुई। लेकिन सन 2006 से चले केस में एक भी आरोप पुलिस सिद्ध नहीं कर पाई। लिहाज, उसकी जेल से रिहाई (release from prison) कर दी गई। इसके बाद, रिहाई के बाद वह अपने घर तेलंगाना लौट गया है। पुलिस ने बताया था कि गोपन्ना छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर जोनल कमेटी का सचिव तथा केंद्रीय कमेटी का सदस्य था।

बता दें, 2006 में पुलिस ने रायपुर के नजदीक गरियाबंद जिले से गोपन्ना की गिरफ्तरी की थी। पुलिस ने उसे तस्कर समझकर गिरफ्तार किया था। लेकिन बाद में जब पुलिस ने उसकी फाइल खंगाली तो उसकी पहचान नक्सलियों की छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर जोनल कमेटी का सचिव और केंद्रीय कमेटी का सदस्य के रूप में हुई। बाद में उसकी पहचान नक्सली नेता गोपन्ना मरकाम के रूप में हुई।

उस पर 18 से अधिक मामले दर्ज थे, लेकिन पुलिस एक भी अपराध न्यायालय में प्रमाणित नही कर पाई। अपने सभी मामलों से गोपन्ना बरी होकर 25 मार्च 2023 में केंद्रीय जेल से रिहा हो गया है। गोपन्ना तेलंगाना के नलगोंडा जिले का रहने वाला है। 1980 के दशक में अपनी पढ़ाई के दौरान गोपन्ना नक्सल राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित हुआ। इसके बाद वह लंबे समय तक अपने परिवार के संपर्क से दूर छत्तीसगढ़ में गुमनाम जिंदगी जीता रहा। सबसे पहले जगरगुंडा इलाके में गोपन्ना की मौजूदगी और नक्सल संगठन में होने को लेकर पुलिस ने FIR दर्ज की।