छत्तीसगढ़ निकाय चुनाव परिणाम: दोनों दलों ने जीत का किया दावा

By : hashtagu, Last Updated : February 14, 2025 | 5:47 pm

रायपुर: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव (local bodies results) के परिणाम कल शनिवार को घोषित होने हैं। इस बीच, दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों, भाजपा और कांग्रेस, ने चुनावी नतीजों को लेकर अपनी-अपनी जीत का दावा किया है।

भूपेश बघेल ने की भाजपा पर तंज

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने रायपुर में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा को चुनाव परिणाम में कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बताया, “हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि चुनाव परिणाम हमारे पक्ष में आएंगे। भाजपा ने इस चुनाव को गंभीरता से लड़ा है और हमने जनता के सामने अटल विश्वास पत्र पेश किया है, जिसमें नगरीय निकाय चुनाव के लिए रोड मैप भी दिया गया है।”

साव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “चुनाव परिणाम आने में एक दिन बाकी है और कांग्रेस हार के बहाने ढूंढने में लगी हुई है। वे अब ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। जनता के बीच भाजपा का भारी उत्साह है और हमें उम्मीद है कि हम अधिकांश नगरीय निकायों में जीत हासिल करेंगे।”

कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग की भूमिका पर उठाए सवाल

वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने चुनाव प्रक्रिया और निर्वाचन आयोग की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “चुनाव के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी आई, और आयोग की कार्यप्रणाली पर कई बार संदेह हुआ। खासकर कोटा नगर पंचायत में 138 प्रतिशत मतदान और नवागढ़ नगर पंचायत में 103.50 प्रतिशत मतदान दर्शाता है कि चुनाव प्रक्रिया में कुछ गलत था। ऐसे में निर्वाचन आयोग पर कैसे विश्वास किया जा सकता है?”

कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ जनता के गुस्से को बताया कारण

दीपक बैज ने दावा किया कि कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में बहुमत हासिल करेगी, क्योंकि राज्य में भाजपा सरकार के खिलाफ भारी जन आक्रोश है। उन्होंने कहा, “प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, बढ़ती हत्याएं, बलात्कार, लूट और अन्य अपराधों के कारण जनता सरकार से निराश है। भाजपा की सरकार ने अपने एक साल के कार्यकाल में जनता को पूरी तरह से निराश किया है।”

भाजपा सरकार पर कांग्रेस का आरोप

बैज ने भाजपा की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने अपने एक साल के कार्यकाल में हर वर्ग को निराश किया है। उन्होंने कहा, “युवाओं, किसानों, महिलाओं, मजदूरों, विद्यार्थियों, अनुसूचित जाति और जनजाति के लोग सभी भाजपा से निराश हैं और वे सरकार से ठगे हुए महसूस कर रहे हैं।”

इस प्रकार, छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव में दोनों प्रमुख दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है, और अब सबकी नजरें परिणामों पर टिकी हुई हैं।