छत्तीसगढ़ डिप्टी सीएम अरुण साव का बयान: ‘ये मोदी का भारत है, जो आतंकियों को घर में घुसकर मारता है’
By : hashtagu, Last Updated : May 7, 2025 | 1:07 pm
रायपुर, 7 मई। पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की देशभर में सराहना की जा रही है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव 9Arun Sao) ने इसे ‘नए भारत का ठोस संदेश’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व भारत को वह शक्ति देता है, जिससे अब देश अपने दुश्मनों को उनके ही घर में घुसकर जवाब देने में सक्षम है।
अरुण साव ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के विरुद्ध भारत की निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि हम आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। अब पाकिस्तान को ऐसा सबक मिल रहा है जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की थी।”
साव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। पाक पोषित आतंकियों ने धर्म पूछकर भारत की बेटियों के 26 सिंदूर उजाड़े थे, आज मां भारती के लालों ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर नापाक आतंकवादियों के बड़े ठिकानों को ही उजाड़ दिया है। ये नया भारत है, ये मोदी का भारत है। घर में घुसकर मारता है। जय हिंद की सेना। वंदे मातरम।”
“पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ी है” pic.twitter.com/JVz9eYKOoh
— Arun Sao (@ArunSao3) May 7, 2025
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने सोमवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।
इस सैन्य अभियान की जानकारी देने के लिए सेना द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और थल सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन का दो मिनट का वीडियो क्लिप साझा किया। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी स्पष्ट किया कि भारत की कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उत्तेजक रही। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और लक्ष्य चयन में अत्यधिक संयम बरता गया।
देशभर में इस कार्रवाई को लेकर नागरिकों, राजनीतिक नेतृत्व और रक्षा विशेषज्ञों द्वारा भारत की सैन्य नीति और सख्त रुख की प्रशंसा की जा रही है। अरुण साव का बयान उस भावना का प्रतिनिधित्व करता है जिसमें देशवासी अब आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।




