छत्तीसगढ़ की गायिका तीजन बाई और ममता को राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित
By : madhukar dubey, Last Updated : November 26, 2022 | 4:30 pm
बता दें, तीजन बाई को मिल चुके हैं। इन्हें अब तक कला आचार्य (1994), संगीत नाट्य अकादमी सम्मान (1996), देवी अहिल्या सम्मान (1998), पद्म श्री (1988), संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1995), डी. लिट बिलासपुर विश्वविद्यालय (2003), पद्म भूषण (2003), एम एस सुब्बालक्ष्मी शताब्दी पुरस्कार (2016), पद्म विभूषण (2019) पुरस्कार मिल चुके हैं।
इधर, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की कुलपति ममता चंद्राकर को भी संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिलेगा
इन्होंने राज्य गीत अरपा पैरी के धार को स्वर देने वाली लोक गायिका पद्मश्री सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
यह पुरस्कार 2019, 2020 और 2021 के लिए दिए जाएंगे। अलग-अलग राज्यों के 10 प्रख्यात कलाकारों को सूची में रखा गया है। लोक कला में विशेष योगदान के लिए लोक गायिका ममता चंद्राकर का चयन लोक कला श्रेणी वर्ष 2019 के लिए हुआ है। संगीत नाटक अवॉर्ड के रूप में ममता चंद्राकर को 1 लाख रुपए और ताम्रपत्र प्रदान किया जाएगा।