छत्तीसगढ़। (Nava Raipur) नवा रायपुर से छुक-छुक ट्रेन दौड़ाने की तैयारी चल रही है। नवा रायपुर स्थित मंदिरहसौद से केंद्रीय रेलवे स्टेशन (central railway station) तक रेलवे अब पुरानी पटरियों को उखाड़कर ढाई सौ मीटर लंबी रेल बिछाएगा। रेलवे ने नवा रायपुर में पटरियों का रैक मंगवा लिया है।
रेलवे जल्द ही इसे बिछाने का काम शुरू करेगा। रेलवे डेढ़ माह के भीतर नई पटरी बिछाने का काम पूरा करने का दावा कर रहा है। इसके बाद यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कलकत्ता की सीआरएस की टीम पटरियों की जांच करेगी।
टीम से हरी झंडी मिलने के बाद ही ट्रेन शुरू होगी। रेल अफसर की मानें तो वर्तमान में काम करने के लिए सर्विस ट्रैक बिछाए गए हैं। सर्विस काम पूरा हो गया है इसलिए नया लंबा ट्रैक बिछाया जाएगा। इसमें 250 मीटर में सिर्फ दो ज्वाइंट रहेगा। इससे हादसे की संभावना कम होगी तो इससे यात्रियों की यात्रा भी आरामदायक रहेगी।
मंदिरहसौद से नवा रायपुर तक 20 किमी लंबी सर्विस रेल लाइन बिछाकर रेलवे ने ट्रायल पूरा कर लिया है। रेलवे प्रशासन ने शुक्रवार को पहली बार मंदिरहसौद से उद्योगनगर, सीबीड़ी, मुक्तांगन और केंद्री तक रेल इंजन चलाकर ट्रायल किया। रेल इंजन को करीब 20 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से चलाया गया था। इस दौरान भारी संख्या में रेलवे के अधिकारी मौजूद थे। ट्रायल के बाद रेलवे ट्रैक को गिराकर उसे वहां से ले जाएगा, उसके बाद रेलवे नया ट्रैक बिछाने का काम शुरू करेगा। वर्तमान में ढाई सौ मीटर लंबी एक रैक रेलवे ने मंगवा ली है। इससे 10 किमी तक ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। बचे हुए 10 किमी के लिए रेलवे दूसरा रैक मंगवाएगा।
रेल अफसरों की माने तो नवा रायपुर में रेलवे लाइन बिछाने का काम पिछले आठ साल से चल रहा है। फंड के अभाव में बीच काम की गति धीमी हो गई थी। एनआरडीए अभी तक स्टेशन का निर्माण पूरा नहीं कर पाया है। वह दो साल के भीतर स्टेशन बनाने का दावा कर रहा है।
रेल अफसरों की माने तो उन्होंने अपना काम पूरा कर लिया है, बाकी का काम अब एनआरडीए को करना है। रेल अफसर की माने तो नवा रायपुर में कुल पांच रेलवे स्टेशन हैं। इसमें अटल नगर, उद्योग नगर, सीबीडी, मुक्तांगन और केंद्री रेलवे स्टेशन हैं। केंद्री स्टेशन का निर्माण रेलवे को पूरा करना था जिसे वह दो साल पहले बना दिया है। बाकी चारों स्टेशनों का निर्माण एनआरडीए को करना है।