छत्तीसगढ़। चलें बताएं यहां क्या-क्या काम हुआ। अगर नहीं हुआ तो इसमें क्या दिक्कत आई। क्या कार्रवाई किए। ऐसे न जाने कितने सवाल जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में अधिकारियों की समीक्षा बैठक में पूछने लगे तो सभी हड़बड़ा गए। उनके सवालों का जवाब देने में सर्द भरे मौसम में माथे से पसीने की बूंदें टपकने लगी। जब छोटे साहब जवाब नहीं दे पाए तो उनके विभाग के बड़े साहब जवाब देने लग रहे थे। बड़े ही शिद्दत और अनुनय और विनय भाव से जवाब देकर सीएम साहब को शांत कराने की कोशिश करते दिखे। बहरहाल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और उसे जमीनी स्तर पर लाने में कोताही करने वाले अधिकारियों को बख्शने के मूड में नहीं है। वैसे इस बार तो कुछ कमियों को उन्होंने माफ कर हिदायत देकर छोड़ दिया। एक बारगी तो वहां मौजूद अधिकारियों को लगा कि आज तो किसी न किसी पर गाज गिरेगी। लेकिन मामला टल गया क्योंकि लगभग सभी काम अच्छा भी प्रशासन ने किया था, इस वजह से अफसरों को बख्श दिया। आइये कुछ तस्वीर आपको उनकी पूरी बातचीत के जरिए हू-ब-हू बताने की कोशिश करते हैं। शब्द भले ही कुछ इतर हो जाएं लेकिन मुख्यमंत्री के जनता के हित को लेकर उनके तेवर के भाव सब कुछ वही हैं।
मानपुर एसडीएम पर नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे पूछा गया कि कितने हॉस्टल का निरीक्षण उन्होंने किया। एसडीएम ने जब जवाब में २ कहा, तो सीएम के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने कहा कि हॉस्टल का इश्यू तो बहुत सेंसेटिव होता है, इसकी फ्रीक्वेंसी बढ़े। डीएफओ से पूछा गया कि बुधवार को डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात में संग्राहकों ने शिकायत की। डीएफओ ने बताया कि २ मामलों में पूर्ण भुगतान हुआ है, इसकी जांच की गई। शेष २ मामलों में फड़ मुंशी की गलती पाई गई। इसे गंभीर शिकायत बताते हुए कहा समें पावती वाला कुछ सिस्टम करें और फीडबैक लें। इससे भुगतान किसी तकनीकी कारण से नहीं आया हो, तो तुरंत पता चल जाएगा।
सीएम ने कहा कि सचिव भी अलर्ट रहें। जिन हितग्राहियों को किसी कारण से डीबीटी ट्रांसफर नहीं हुआ या कम हुआ है, तो इसकी जानकारी लें और त्रुटि सुधार के लिए भेजें। इसके लिए मैकेनिज़्म बनाना होगा। इसमें कोई लापरवाही न हो पाए। काम में तेजी लाएं और पूरी पारर्दिशता का ख्याल रखें।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाथियों के मूवमेंट पर एसडीओ फारेस्ट से पूछ बैठै, इनका क्या अभी मूवमेंट हैं। जिस पर एसडीओ ने कहा, महाराष्ट्र से हाथी आ रहे हैं। एक ही झुंड है, जिसमें १३ हाथी हैं। हाथियों के मूवमेंट पर बारीक नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ट्रैकिंग ग्रुप बनाने के निर्देश दिए गए, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि हाथी मित्र दल गठित किए गए हैं। जिससे इन पर नजर रखी जा रही है।