छत्तीसगढ़। भले ही राजनीति के पर्दे के पीछे दो नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाएं। लेकिन जब व्यवहारिक रूप से मिलते हैं तो ‘जिंदादिली’ के साथ। भले ही गृहमंत्री (Amit Shah) अमित शाह कांग्रेस की सरकार पर जमकर वार किया हो। पर ये तो सच है कि ‘छत्तीसगढि़या सबले बढि़या’ की कहावत को चरितार्थ करने में भला हमारे मुख्यमंत्री (Bhupesh Baghel) भूपेश बघेल जी कहां, पीछे रहने वाले थे। जब अमित शाह कोरबा से रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे तो वे ‘अतिथि देवो भव:’ के भाव में भूपेश बघेल गर्मजोशी से मिले। छत्तीसगढ़ की लोक कला संस्कृति पर आधारित कलाकृति भेंट की। साथ ही प्रदेश के विकास कार्यों को लेकर भी उन्होंने गुफ्तगू की।
ये अलग बात है कि वार्ता कुछ ही मिनट की रही हो, लेकिन एक प्रदेश के मुखिया होने के नाते उन्होंने अपना नैतिक धर्म निभाया। सूत्रों के मुताबिक कुछ विकास कार्यों को लेकर थोड़ी चर्चा भी हुई। वैसे इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है। लेकिन ऐसी ही कुछ चर्चा हुई है, जिसके कायस लगाए जा रहे हैं।
आज स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से सौजन्य मुलाकात की एवं छत्तीसगढ़ के विकास कार्यों के संबंध में चर्चा हुई।
केंद्रीय गृह मंत्री जी को छत्तीसगढ़ में मिलेट्स से बने उत्पाद और छत्तीसगढ़ की संस्कृति पर आधारित कलाकृति भेंट की। @AmitShah pic.twitter.com/KNRnG5pL8b
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 7, 2023
सच है कि जब लोग एक-दूसरे के कट्टर विरोधी नेताओं को मिलते हैं तो सबकी निगाहें, उस ओर जाना लाजमी है। वैसे तस्वीरें ये सीख देती हैं कि हमें अपने संस्कार और नैतिक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के मौको को नहीं छोड़ना चाहिए। यही वो पल होते हैं जब आप आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनते हैं।